- बेहतर टुसू प्रतिमाओं और झांकियों पर कमेटी बांटेगी 66,500 रुपए का पुरस्कार
- 1982 से सीतारामपुर डैम में लगती है टुसु मेला
: काशियापेचा गांव में नाबालिग से दुष्कर्म, हत्या कर शव दफनाया उन्होंने बताया कि कमेटी वर्ष 1982 से सीतारामपुर डैम में टुसू मेला का आयोजन कर झारखंड की संस्कृति को सहेजने संवारने का काम करती आ रही है. मेले में झारखण्डी संस्कृति का प्रतीक मुर्गा लड़ाई का भी आयोजन होगा. इसमें जीतने वाले मुर्गा को प्रथम पुरस्कार 5000 रुपए दिए जाएंगे. वहीं मेले में सांस्कृतिक कार्यक्रमों का भी आयोजन होगा. इसे भी पढ़ें : मशहूर">https://lagatar.in/famous-poet-munawwar-rana-dies-of-heart-attack-funeral-to-be-held-today/">मशहूर
शायर मुनव्वर राना का हार्ट अटैक से निधन, आज होगा अंतिम संस्कार टुसू मेला के आयोजन में कमेटी के सक्रिय सदस्यों में बुधराम बेसरा, लखन बास्के, रवि हांसदा, बागुन बेसरा, ईश्वर हेम्ब्रम, फागु मार्डी, धनसिंह हांसदा, मधुसूदन मार्डी, गुलिया बेसरा, मंगल टुडू, डॉक्टर टुडू, लालू बेसरा, संजय महतो, सुजीत महतो, दाखिन बेसरा, नुनाराम हांसदा, वरुण हांसदा, दुर्गा चरण बेसरा, राजेन मार्डी, प्रेम मार्डी, गणेश हेम्ब्रम, बबलू बेसरा, राकेश मार्डी और गोपीलाल बेसरा आदि सक्रिय रूप से लगे हैं. [wpse_comments_template]