Dumka: पिछले कुछ दिनों से इलाके में हो रही लगातार बारिश से मसानजोर डैम का जलस्तर खतरे के निशान को पार कर गया. लिहाजा मसानजोर डैम के सभी फाटक खोल दिये गए. मसानजोर डैम का फाटक खोलना आस-पास के लोगों के लिए रोमांचक बन गया. मसानजोड़ डैम का जलस्तर 386.10 फीट पर पंहुचने और लगातार पानी आने के कारण बुधवार गेट खोल दिया गया. पश्चिम बंगाल के वीरभूम जिले के डैम प्रबंधन के एसडीओ श्यामा पद राय ने बुधबार की सुबह 11 गेट खोलवा दिया था. इसके बाद भी लगातार बारिश के कारण मसानजोर डूब क्षेत्र में बढ़ता जा रहा था. डैम के जल स्तर पर नियंत्रण नहीं पाने के कारण बुधवार अपराह्न सभी 21 गेट से पानी छोड़ दिया गया. यहां डैम का नियंत्रण पश्चिम बंगाल सरकार के सिंचाई विभाग के अधीन है.
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इससे पहले जिले के उपायुक्त रवि शंकर शुक्ला ने मंगलवार को मसानजोर जाकर डैम के जलस्तर का जायजा लिया था. डैम प्रबंधन के एसडीओ श्यामा पद राय को इस मौसम में काफी चौकस रहने को कहा है. साथ ही जलस्तर बढ़ कर दुमका शहर में बाढ़ का खतरा न हो इसको लेकर सतर्क रहने के लिए कहा गया है. एसडीओ श्यामा पद राय ने बताया हैं कि तीन दिन से लगातार हो रहे बारिश को लेकर डैम के गैलरी में कर्मचारियों को आपात ड्यूटी में तैनात कर दिया है.
केंद्रीय जल आयोग के मसानजोड़ स्थित बाढ़ नियंत्रण केंद से मिली जानकारी के अनुसार डैम के ऊपरी भाग से बारिश का पानी घुस रहा है. डैम का जलस्तर बढ़ने से 1998 और 1999 की तरह दुमका शहर और ग्रामीण इलाकों में बाढ़ न आये इसको लेकर डैम प्रबंधन चौकस है. यहां डैम में पानी खतरे के निशान 404 फीट पर है. एक फ्लड गेट से 1300 क्यूसेक पानी निकासी होती है. डैम से 27,300 क्यूसेक पानी निकासी हो रही है, जिसके कारण मयुराक्षी नदी उफान पर है.
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