Dehradoon : ऋषिकेश में गंगा नदी का जलस्तर खतरे के निशान तक पहुंचने से प्रशासन ने अलर्ट जारी कर दिया है. तेज बारिश की वजह से उत्तराखंड में नदियों का जलस्तर बढ़ गया है. पहाड़ी हिस्सों से लेकर मैदान तक में नदियों का जलस्तर बढ़ने से लोग दहशत में आ गये.
Uttarakhand | State control room issues alert on the banks of Ganga river in Rishikesh, following increase in water level in Alakananda river. Earlier in the day, water level also increased in Pithoragarh's Dhauliganga river (18.06)
Pic 1 & 2: Rishikesh
Pic 3 & 4: Pithoragarh pic.twitter.com/9XOIVEfeCW— ANI (@ANI) June 18, 2021
मौसम विभाग ने बारिश को लेकर रेड अलर्ट जारी किया हुआ है.
मौसम विभाग ने बारिश को लेकर रेड अलर्ट जारी किया हुआ है. पिथौरागढ़ से लेकर हरिद्वार तक अलर्ट जारी होने के साथ ही तटीय क्षेत्र से लोगों को हटाया जाने लगा है. चमोली और श्रीनगर में भी अलकनंदा और मंदाकिनी नदियों का जलस्तर बढ़ जाने की सूचना है. रुद्रप्रयाग में भी दोनों नदियां खतरे के निशान से ऊपर बह रही हैं. पिथौरागढ़ जिले में काली नदी खतरे के निशान के करीब पहुंच जाने के बाद अधिकारियों को उसके किनारे बसे गांवों के निवासियों को सुरक्षित स्थान पर पहुंचाने के निर्देश दिये गये हैं.
जिलाधिकारी आनंद स्वरूप ने कहा कि नदी 889.60 मीटर पर बह रही है, जबकि उसका खतरे का निशान 890 मीटर पर है. योगनगरी ऋषिकेश में शुक्रवार रात करीब आठ बजे गंगा का जलस्तर अचानक बढ़कर खतरे के निशान के पास पहुचं गया. आनन-फानन प्रशासन ने गंगा के आसपास के इलाकों में अलर्ट जारी कर दिया है. प्रशासन ने तटीय इलाकों को खाली कराना शुरू कर दिया है.
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ऋषिकेश में चंद्रभागा, गौहरी माफी, खदरी माफ में लोगों को अलर्ट किया जा रहा है
स्टेट कंट्रोल रूम से अलर्ट जारी होने के साथ तहसील प्रशासन सक्रिय हो गया. एसडीएम मनीष कुमार के निर्देश जारी करने के साथ ही प्रशासन की टीम ने गंगा से सटे चंद्रेश्वर नगर, त्रिवेणी घाट समेत गंगा से सटे विभिन्न इलाकों को खाली करा दिया. बता दें कि मौसम विभाग ने शुक्रवार को बहुत भारी बारिश की संभावना जताई थी. जिसके चलते मौसम विभाग ने रेड अलर्ट जारी किया हुआ है. ऋषिकेश में चंद्रभागा, गौहरी माफी, खदरी माफ में लोगों को अलर्ट किया जा रहा है. इसके साथ नगर निगम की ओर से लोगों को सावधान करने के लिए मुनादी कराई जा रही है.
त्रिवेणी घाट, परमार्थ निकेतन, सांईघाट, नावघाट का काफी हिस्सा पानी में डूब चुका है. प्रशासन की टीम लगातार गंगा के जलस्तर पर नजर बनाये हुए है. धारचूला से झूलाघाट के बीच अलर्ट जारी कर दिया गया है. अधिकारियों को निर्देश देने के अलावा सीमा सड़क संगठन और लोक निर्माण विभाग सहित सभी संबंधित एजेंसियों को भी इस बारे में सूचित कर दिया गया है.