Washington : अमेरिका की विदेश नीति फूट डालो और राज करो…की रही है. ऐसे में भारत अमेरिका के इरादों से सावधान रहे. नयी दिल्ली ने इस पर ध्यान नहीं दिया, तो अमेरिका उसे अपने भू-राजनीतिक फायदे के लिए इस्तेमाल कर सकता है. मशहूर अमेरिकी अर्थशास्त्री प्रोफेसर जेफरी डेविड सैक्स ने यह सलाह भारत को दी है.
जेफरी सैक्स ने भारत को किसी गुट में शामिल नहीं होने की सलाह दी. कहा कि दिल्ली को अपनी वैश्विक स्थिति मजबूत करने के लिए किसी गठबंधन की आवश्यकता नहीं है.
जेफरी डेविड सैक्स कोलंबिया विश्वविद्यालय में प्रोफेसर हैं
जेफरी डेविड सैक्स कोलंबिया विश्वविद्यालय में प्रोफेसर हैं. वे आर्थिक विकास, वैश्विक मैक्रोइकॉनॉमिक्स में दुनिया के अग्रणी विशेषज्ञों में शुमार हैं जेफरी सैक्स न्यूज-18 के राइजिंग भारत समिट कार्यक्रम में बोल रहे थे. जेफरी सैक्स ने यहां अमेरिकी विदेश नीति पर विचार रखे. कहा कि अमेरिका दुनिया के किसी भी हिस्से में जाकर फूट डालने और उस क्षेत्र को जीतने की कोशिश करता है.
चेताया कि अमेरिका चीन को मात देने के लिए भारत का इस्तेमाल करने की कोशिश कर सकता है. कबा कि भारत इस रणनीतिक प्रतिद्वंद्विता में मोहरा बनने से बचे भारत ने यदि ऐसा नहीं किया, तो उसका नुकसान होगा.
भारत पहले से ही काफी मजबूत है. उसे किसी गठबंधन की जरूरत नहीं
जेफरी सैक्स ने माना कि भारत पहले से ही काफी मजबूत है. उसे किसी गठबंधन की जरूरत नहीं है भारत अपने आप में एक गुट हैं. साथ ही सैक्स ने कहा, मुझे नहीं लगता कि मुझे भारत को सलाह देने की जरूरत है, लेकिन फिर भी मैं कहूंगा कि थोड़ा सावधान रहें. यह जरूरी है कि भारत अपने फैसले सोच-समझकर ले.
अर्थशास्त्री सैक्स द्वारा भारत को दी गयी चेतावनी चर्चा में है.
जान लें कि चीन और अमेरिका के बीच जारी तनाव के बीच पूरी दुनिया की नजरें भारत पर है. चीन और भारत के रिश्ते पूर्व से ही सीमा विवाद की वजह से अच्छे नहीं रहे हैं। ऐसे में कहा जा रहा है कि चीन के खिलाफ भारत अमेरिका का साथ दे सकता हैं. हालांकि भारत ने आधिकारिक तौर पर कभी ऐसे संकेत नहीं दिया है कि वह अमेरिका के खेमे में है. ऐसे में अर्थशास्त्री सैक्स द्वारा भारत को दी गयी चेतावनी चर्चा में है.
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