NewDelhi : 11 राज्यों में PFI के ठिकानों पर NIA के छापों को लेकर केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने आज गुरुवार को एनएसए, गृह सचिव, डीजी एनआईए सहित अधिकारियों के साथ हाई लेवल मीटिंग की. खबरों के अनुसार बैठक में पॉपुलर फ्रंट ऑफ इंडिया (पीएफआई) से जुड़े परिसरों में की जा रही छापेमारी तथा आतंकवाद के संदिग्धों के खिलाफ कार्रवाई पर मंथन किया गया.
सूत्रों के अनुसार राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार अजित डोभाल, केंद्रीय गृह सचिव अजय भल्ला, राष्ट्रीय अभिकरण एजेंसी के महानिदेशक दिनकर गुप्ता समेत शीर्ष अधिकारी इस हाई लेवल मीटिंग में शामिल हुए. शाह ने आतंकवाद के संदिग्धों और पीएफआई के कार्यकर्ताओं के खिलाफ देशभर में की गयी कार्रवाई के बारे में जानकारी हासिल की.
Amit Shah chairs meeting with top officials as NIA raids Popular Front leaders
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106 PFI members arrested in NIA, ED raids across 11 states
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जान लें कि एनआईए की अगुवाई में कई एजेंसियों ने बुधवार रात से गुरुवार सुबह तक 11 राज्यों में एक साथ छापे मारे. साथ ही देश में आतंकवाद के वित्त पोषण में कथित तौर पर शामिल पॉपुलर फ्रंट ऑफ इंडिया (पीएफआई) के 106 कार्यकर्ताओं को गिरफ्तार किया.
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एनआईए ने इसे अब तक का सबसे बड़ा जांच अभियान माना है
अधिकारियों के अनुसार सबसे अधिक गिरफ्तारियां केरल (22), महाराष्ट्र (20), कर्नाटक (20), आंध्र प्रदेश (5), असम (9), दिल्ली (3), मध्य प्रदेश (4), पुडुचेरी (3), तमिलनाडु (10), उत्तर प्रदेश (8) और राजस्थान (2) में की गयी. एनआईए ने इसेअब तक का सबसे बड़ा जांच अभियान माना है. अधिकारियों के अनुसार एनआईए, प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) और 11 राज्यों के पुलिस बल ने गिरफ्तारियां की हैं.
अधिकारियों के अनुसार आतंकवदियों को कथित तौर पर धन मुहैया कराने, उनके लिए प्रशिक्षण की व्यवस्था करने और लोगों को प्रतिबंधित संगठनों से जुड़ने के लिए बरगलाने में शामिल व्यक्तियों के परिसरों पर छापे मारे गये हैं
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छापामारी के लेकर पीएफआई ने बयान जारी कर विरोध जताया
छापामारी के लेकर पीएफआई ने एक बयान जारी कर कहा कि पीएफआई के राष्ट्रीय, राज्य स्तरीय और स्थानीय नेताओं के ठिकानों पर छापे मारे जा रहे हैं. राज्य समिति के कार्यालय की भी तलाशी ली जा रही है. कहा कि हम फासीवादी शासन द्वारा असंतोष की आवाज को दबाने के लिए एजेंसियों का दुरुपयोग किये जाने का कड़ा विरोध करते हैं.
पीएफआई की स्थापना 2006 में केरल में की गयी थी
पीएफआई की स्थापना 2006 में केरल में की गयी थी और इसका मुख्यालय दिल्ली में है. जांच एजेंसी ने लखनऊ में धन शोधन रोकथाम अधिनियम (पीएमएलए) की विशेष अदालत में पीएफआई और उसके पदाधिकारियों के खिलाफ दो आरोपपत्र दाखिल किये हैं.
ईडी ने पिछले साल फरवरी में धन शोधन के आरोपों पर पीएफआई और उसकी छात्र इकाई कैंपल फ्रंट ऑफ इंडिया (सीएफआई) के खिलाफ अपनी पहली प्राथमिकी दाखिल की थी. उसने दावा किया था कि पीएफआई के सदस्य हाथरस के कथित सामूहिक दुष्कर्म मामले के बाद ‘सांप्रदायिक दंगे भड़काना और आतंक का माहौल बनाना चाहते थे.
आरोप पत्र में जिन लोगों को नामजद किया गया है, उनमें सीएफआई के राष्ट्रीय महासचिव एवं पीएफआई सदस्य के ए रऊफ शरीफ, सीएफआई के राष्ट्रीय कोषाध्यक्ष अतिकुर रहमान, सीएफआई की दिल्ली इकाई के महासचिव मसूद अहमद, पीएफआई से जुड़े पत्रकार सिद्दिकी कप्पन और सीएफआई/पीएफआई का एक अन्य सदस्य मोहम्मद आलम शामिल हैं.
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