अमित शाह ने कहा, हेमंत सोरेन तुष्टिकरण की राजनीति बंद करें, घुसपैठ के खिलाफ ऐसा कानून लायेंगे, जहां परिंदा भी पर न मार सकेगा, पूरे देश में सबसे ज्यादा करप्ट झारखंड सरकार है, पेपर लीक मामले की सीबीआई और एसआइटी से जांच कराई जायेगी, झारखंड से घुसपैठियों को चुन-चुन कर बाहर निकालेंगे, महिलाओं के लिए 50 लाख की रजिस्ट्री एक रुपए में करने की व्यवस्था फिर से शुरू की जायेगी
Ranchi : केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने सीएम हेमंत सोरेन के खिलाफ अपने तेवर तल्ख करते हुए कहा कि तुष्टिकरण की राजनीति बंद करें. कहा कि हेंमत सोरेन के शब्दकोष में शर्म नाम की चीज नहीं है. सारी विकास योजनाओं को ध्वस्त कर दिया है. अब झारखंड की जनता सब कुछ जान चुकी है. पूरे देश में सबसे ज्यादा करप्ट झारखंड सरकार है. इस सरकार में महिलाओं के खिलाफ अपराधिक मामलों में 29 फीसदी की वृद्धि हुई है.
महिलाओं के खिलाफ दुष्कर्म में 42 फीसदी की वृद्धि हुई है. महिलाओं के अपमान के मामले में इस सरकार ने रिकॉर्ड तोड़ दिया. महिलाओं के लिए एक रुपए में 50 लाख तक की रिजस्ट्री को बंद करा दिया गया. इसे फिर से शुरू किया जायेगा. इस सरकार ने पेपरलीक माफिया को संरक्षण देकर युवाओं का भविष्य बर्बाद कर दिया. जितने भी पेपरलीक करने वाले माफिया हैं, उन्हें उल्टा लटका कर सीधा किया जायेगा.
घुसपैठ के खिलाफ ऐसा कानून लायेंगे कि परिंदा भी पर न मार सके
घुसपैठ को लेकर केंद्रीय गृह मंत्री ने कहा कि इस विषय पर ऐसा कानून लायेंगे, जहां परिंदा भी पर नहीं मार सकेगा. जिस महिलाओं की जमीन घुसपैठियों ने हड़पी है, उसे वापस किया जायेगा. हम झारखंड के विकास और सुरक्षा के साथ भ्रष्टाचार का संपूर्ण उन्मूलन करेंगे. हेमंत सरकार में आदिवासी कभी भी सुरक्षित नहीं रहे. संताल में आदिवासियों की संख्या में लगातार कम हो रही है. घुसपैठिए कब्जा कर रहे हैं. भाजपा माटी, बेटी और रोटी को सुरक्षित करने का नारा लेकर आगे बढ़ रही है. 15 नवंबर को पीएम मोदी ने जनजातीय गौरव मनाने का निर्णय लिया है. शाह ने कांग्रेस पर हमलावर होते हुए कहा कि वह पिछड़ा वर्ग विरोधी है.
झारखंड के भविष्य को सुनिश्चित करने का है यह चुनाव
अमित शाह ने कहा कि यह चुनाव सरकार बदलने का नहीं, बल्कि झारखंड के भविष्य को सुनिश्चित करने का चुनाव है. बेरोजगारी और पेपरलीक से युवा त्रस्त हैं. भ्रष्टाचार से त्रस्त जनता भाजपा सरकार को ढ़ूंढ़ रही है. भाजपा सभी पार्टियों से अलग है. जो कहती है वह करती है. जब जब भाजपा सत्ता में आयी, सभी संकल्पों को पूरा किया. पिछड़ा, गरीब, दलित आदिवासी सब इसकी राह देख रहे हैं. यह संकल्प पत्र सिर्फ भाजपा का नहीं बल्कि करोड़ों झारखंडियों की आशा की किरण है. यह कुशासन और भ्रष्टाचार के अंत का प्रतिरूप है. आदिवासियों की जमीन की सुरक्षा का संकल्प है.