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समिति ने पांच सालों में बनाई पहचान
[caption id="attachment_429235" align="aligncenter" width="642"]alt="" width="642" height="477" /> फदलोगोड़ा में बनाए जा रहे पूजा पंडाल का प्रारूप.[/caption] श्रीश्री सार्वजनीन दुर्गा पूजा समिति की ओर से वर्ष 2018 से दुर्गोत्सव का आयोजन किया जा रहा है. पांच वर्षों के दौरान समिति ने अविशिष्ट पहचान बनाई है. दुर्गोत्सव के दौरान फदलोगोड़ा में 250 गुणा 150 फीट वाले मैदान में मेला लगता है. यहां देवी दुर्गा के दर्शन-पूजन के लिए चौका, चांडिल, पारडीह, मानगो, पटमदा समेत अन्य स्थानों से लोग आते है. समिति के संरक्षक जूना अखाड़ा के अंतरराष्ट्रीय उपाध्यक्ष श्रीमहंत विद्यानंद सरस्वती और समिति के अध्यक्ष बुद्धेश्वर महतो हैं. इसे भी पढ़ें :बहरागोड़ा">https://lagatar.in/baharagora-movement-back-in-khemashuli-after-120-hours-jam-removed-from-railway-track-and-highway/">बहरागोड़ा
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महाषष्टी से महानवमी तक होंगे सांस्कृतिक कार्यक्रम
दुर्गोत्सव के दौरान महाषष्टी से महानवमी तक प्रतिदिन सांस्कृतिक कार्यक्रम आयोजित किए जाएंगे. समिति से मिली जानकारी के अनुसार महोत्सव के पहले दिन महाषष्टी के दिन नृत्य प्रतियोगिता होगी. वहीं महासप्तमी के दिन बड़ाबाजार, पुरूलिया के कलाकार विप्लवी पुतुल नाच का प्रदर्शन करेंगे. महाअष्टमी के दिन बाउल संगीत का कार्यक्रम होगा. यहां पश्चिम बंगाल के नदिया की बाउल गायिका मोमिता मंडल अपनी गायिकी से लोगों को झुमाएंगी. दुर्गोत्सव के दौरान महानवमी के दिन भजन संध्या और झांकी का आयोजन होगा. सभी कार्यक्रम शाम को आयोजित किए जाएंगे. फदलोगोड़ा में पांच अक्टूबर को दशमी के दिन प्रतिमा का विसर्जन किया जाएगा. इसे भी पढ़ें :बहरागोड़ा">https://lagatar.in/baharagora-movement-back-in-khemashuli-after-120-hours-jam-removed-from-railway-track-and-highway/">बहरागोड़ा: खेमाशुली में 120 घंटा बाद आंदोलन वापस, रेलवे ट्रैक व हाईवे से जाम हटा फोटो :