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एंटीलिया केस : NIA  की नजर में सचिन वाजे  मास्टर माइंड! मकसद था अपनी खोयी इज्जत पाना

Mumbai :  मुकेश अंबानी के घर एंटीलिया के बाहर मिली संदिग्ध कार मामले का मास्टर माइंड सचिन वाजे है!   इस केस में राष्ट्रीय जांच एजेंसी (एनआईए) के सीनियर अधिकारियों ने गिरफ्तार पुलिस अधिकारी सचिन वाजे की   प्लानिंग होने की बात कही है. मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार एनआईए के अधिकारियों का मानना है कि इस पूरी साजिश के पीछे सचिन वाजे का ही हाथ है. साथ ही यह भी बताया कि आखिर सचिन वाजे ने ऐसा क्यों किया. एनआईए के अनुसार इस पूरी घटना के पीछे सचिन वाजे ही मास्टर माइंड है. इस कदम को उठाने के पीछे उनका मकसद अपनी खोयी इज्जत पाना था.एनआईए अधिकारियों ने बताया कि बतौर पुलिस अधिकारी खुद की काबिलियत दिखाने और सुर्खियों में बने रहने की वजह से ही सचिन वाजे ने इस पूरे घटनाक्रम को अंजाम दिया. इसके बाद खुद ही इस रहस्य को सुलझाने में भी जुट गये. इसे भी पढ़ें : ">https://lagatar.in/west-bengal-ticket-sharing-in-bjp-stone-pelting-lathicharge-of-police-leaders-summoned-delhi-today-meeting/38478/">

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केस एनआईए को सौंप दिया गया, पूरा घटनाक्रम ही पलट गया

मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार सचिन वाजे खुद एनआईए से पूछताछ में इस प्रकरण की झूठी कहानी भी सुनाई है, जिस पर एजेंसी को भरोसा नहीं है. हालांकि अभी एनआईए की ओर से आधिकारिक जानकारी सामने नहीं आयी है और मामले की बारीकी से जांच की जा रही है. बता दें कि अंबानी के घर के बाहर कार मिलने के बाद से ही  मामला सुर्खियों में आ गया. मामले की गुत्थी सुलझाने के लिए मुंबई क्राइम ब्रांच के क्राइम इंटेलिजेंस यूनिट के पूर्व प्रमुख सचिन वाजे इसमें जुट गये.  हालांकि आठ  मार्च को तमाम विरोधों के बीच  केस एनआईए को सौंप दिया गया. इसके बाद पूरा घटनाक्रम ही पलट गया. इस मामले की जांच कर रहे सचिन वाजे ही एनआईए के निशाने पर आ गये पांच दिन के अंदर एनआईए ने 13 मार्च को सचिन वाजे को गिरफ्तार कर लिया. बता दें कि 25 फरवरी से 7 मार्च तक सचिन वाजे ही इस केस को हैंडल कर रहे थे.  एनआईए सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार सचिन वाझे 25 फरवरी को खुद स्कॉर्पियो कार चला रहे थे और एक इनोवा, जो मुंबई पुलिस की थी, उनके पीछे थी. अंबानी के घर के बाहर स्कॉर्पियो को पार्क करने के बाद सचिन वाझे इनोवा में बैठ गए और वहां से निकल गये. इसे भी पढ़ें :  भागलपुर">https://lagatar.in/in-bhagalpur-stf-killed-criminal-in-encounter-four-naxalites-killed-in-gaya/38559/">भागलपुर

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काली मर्सिडीज जब्त की गयी  

एनआईए को मंगलवार को इस केस में एक और बड़ी कामयाबी मिली थी. एनआईए ने उस काली मर्सिडीज के जब्त कर लिया, जिसके पिछले दिनों तलाश की जा रही थी. खास बात यह है कि इस कार का इस्तेमाल भी सचिन वाजे ही कर रहे थे। यही नहीं आखिरी बार स्कॉर्पियो के मालिक मनसुख हीरेन को भी इसी कार में देखा गया था. इस कार की तलाशी में भी टीम के हाथ कई अहम सुराग लगे, जो इस केस की गुत्थी को सुलझाने में महत्वपूर्ण हैं। जैसे- स्कॉर्पियो कार की नंबर प्लेट, 5 लाख रुपये से अधिक की नकदी, एक नोट गिनने की मशीन और कुछ कपड़े. सचिन इस कार चलाते जरूर थे, लेकिन ये कार किसी और की है. हालांकि अब तक इसका खुलासा नहीं हुआ है कि इसका मालिक कौन है. इसे भी पढ़ें : हिमाचल">https://lagatar.in/bjp-mp-from-himachal-pradesh-found-dead-body-hanging-bjp-parliamentary-party-meeting-canceled/38492/">हिमाचल

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सचिन वाजे पिछले 16 वर्षों से निलंबित चल रहे थे

सचिन वाजे पिछले 16 वर्षों से निलंबित चल रहे थे. उन्हें 2004 में एक कस्टोडियल डेथ के मामले में सस्पेंड कर दिया गया था. एनआईए सूत्रों की मानें तो अपनी खोयी हुई पहचान हासिल करने की चाहत ने सचिन वाजे से काम करवाया. सचिन वाजे मुंबई पुलिस के सामने यह साबित करना चाहते थे कि वह अभी भी एक बम की साजिश को हल करने के रूप में काफी अच्छे हैं. ऐसे में उन्होंने ये पूरी घटना प्लान की. एक साजिश के तहत उन्होंने विस्फोटक से भरे वाहन को एंटीलिया के बाहर रखवाया और उसके बाद खुद ही इस पूरे रहस्य को सुलझा भी लिया.

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