Ranchi: राष्ट्रीय स्वास्थ्य प्राधिकरण (Nation Health Authority), भारत सरकार के डिप्टी सीइओ Dy. CEO डॉ. विपुल अग्रवाल और उनकी टीम ने रिम्स में आयुष्मान भारत योजना का आकलन किया।उन्होंने रिम्स के प्रशासनिक भवन में रिम्स के चिकित्सा अधीक्षक डॉ विवेक कश्यप, चिकित्सा उपाधीक्षक डॉ संजय कुमार, नोडल ऑफिसर, डॉ राकेश रंजन सिंह व स्वास्थ्य विभाग के उप सचिव और बीमा एजेंसी के प्रतिनिधियों के साथ बैठक की. जिसमें पावर प्वाइंट प्रेजेंटेशन के माध्यम से रिम्स में आयुष्मान योजना से संबंधित तथ्यों के साथ विचार विमर्श किया गया. बैठक के दौरान डॉ विपुल अग्रवाल कहा कि रिम्स का कार्य आयुष्मान भारत योजना के अतंर्गत पहले साल की तुलना में दूसरे साल में लाभुक मरीजों की संख्या तीगुनी हुई है, जो काफी सराहनीय है. उन्होंने सुझाव दिया कि रिम्स झारखंड और सोमावर्ती राज्यों का सबसे बड़ा अस्पताल होने के नाते अभी और प्रगति करने की अपार संभावना रखता है.
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राष्ट्रीय स्वास्थ्य प्राधिकरण के सीईओ ने बीमा कंपनी को दिया सलाह
डॉ विपुल ने बीमा एजेंसी को भी सलाह दी गई कि रिम्स के भुगतान को यथाशीघ्र बिना किसी बाधा के निष्षादित किया जाए. सरकारी संस्थान होने के नाते वित्तिय अनियमितता होने की संभावना ना के बराबर होती है. बैठक के बाद डॉ. अग्रवाल ने आयुष्मान भारत याजना के अंतर्गत इलाजरत मरीजों से भेंट-मुलाकात कर उनसे सीधे तौर पर रूबरू भी हुए. उन्होंने सीटीवीएस और कार्डियोलॉजी विभाग का मुआयना किया.
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टीम ने सदर अस्पताल का किया मुआयना
इधर, रिम्स के बाद सदर अस्पताल में भी टीम ने आयुष्मान भारत योजना का आकलन किया. सदर अस्पताल में डॉ. विपुल ने विभिन्न विभागों का भ्रमण कर वहां आयुष्मान भारत योजना की स्थिति की जानकारी ली. पावर प्वाइंट प्रेजेंटेशन के माध्यम से उन्हें अस्पताल की उपलब्धियों के बारे बताया गया. सेंट्रल टीम ने थैलेसिमिया डे केयर, हिमोफिलिया विंग का भी भ्रमण किया. बच्चों के लिए अस्पताल में बनाए गए प्ले ग्राउंड को टीम ने खूब सराहा. उन्होंने सदर अस्पताल रांची के तर्ज पर दूसरे जिलों के सदर अस्पताल को भी मॉडल बनाने की बात कही.
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