alt="" width="1152" height="532" /> राष्ट्रीय स्वास्थ्य प्राधिकार के डिप्टी CEO ने रिम्स में योजनाओं की स्थिति का आकलन करते हुए.[/caption] इसे भी पढ़ें-नये">https://lagatar.in/new-building-is-not-required-at-present-already-health-department-has-enough-building-cm/7749/">नये
भवन की फिलहाल जरूरत नहीं,पहले से स्वास्थ्य विभाग के पास हैं पर्याप्त भवन-CM
राष्ट्रीय स्वास्थ्य प्राधिकरण के सीईओ ने बीमा कंपनी को दिया सलाह
डॉ विपुल ने बीमा एजेंसी को भी सलाह दी गई कि रिम्स के भुगतान को यथाशीघ्र बिना किसी बाधा के निष्षादित किया जाए. सरकारी संस्थान होने के नाते वित्तिय अनियमितता होने की संभावना ना के बराबर होती है. बैठक के बाद डॉ. अग्रवाल ने आयुष्मान भारत याजना के अंतर्गत इलाजरत मरीजों से भेंट-मुलाकात कर उनसे सीधे तौर पर रूबरू भी हुए. उन्होंने सीटीवीएस और कार्डियोलॉजी विभाग का मुआयना किया. से भी देखें-टीम ने सदर अस्पताल का किया मुआयना
इधर, रिम्स के बाद सदर अस्पताल में भी टीम ने आयुष्मान भारत योजना का आकलन किया. सदर अस्पताल में डॉ. विपुल ने विभिन्न विभागों का भ्रमण कर वहां आयुष्मान भारत योजना की स्थिति की जानकारी ली. पावर प्वाइंट प्रेजेंटेशन के माध्यम से उन्हें अस्पताल की उपलब्धियों के बारे बताया गया. सेंट्रल टीम ने थैलेसिमिया डे केयर, हिमोफिलिया विंग का भी भ्रमण किया. बच्चों के लिए अस्पताल में बनाए गए प्ले ग्राउंड को टीम ने खूब सराहा. उन्होंने सदर अस्पताल रांची के तर्ज पर दूसरे जिलों के सदर अस्पताल को भी मॉडल बनाने की बात कही. इसे भी पढ़ें-बेलगाम">https://lagatar.in/belgaum-scuffle-doctors-taking-lives-health-department-failed-to-stop/7092/">बेलगामझोलाछाप डॉक्टर ले रहे मरीजों की जान, स्वास्थ्य विभाग रोकने में नाकाम