Baharagora : लगातार तीन दिनों से हो रही बारिश और चांडिल डैम का पानी छोड़े जाने के कारण स्वर्णरेखा नदी उफान पर आ गई है. स्वर्णरेखा नदी का जलस्तर बढ़ने से बहरागोड़ा में बाढ़ आ गई है. पाथरी पंचायत में स्वर्णरेखा नदी के किनारे बसे महुलडांगरी गांव के शिव मंदिर तक पानी पहुंच गया है. धान के खेत और किसानों के सेलो बोरिंग के पंप घर डूब गए हैं. इससे किसानों को भारी नुकसान होगा. वहीं, स्वर्णरेखा का पानी भी तेजी से बढ़ रहा है और नदी के किनारे बसे दर्जनभर से अधिक गांव में बाढ़ का खतरा बना हुआ है.
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बहरागोड़ा प्रखंड जिला का सर्वाधिक बाढ़ प्रभावित इलाका
विदित हो कि बहरागोड़ा प्रखंड पूर्वी सिंहभूम जिला का सर्वाधिक बाढ़ प्रभावित इलाका है. स्वर्णरेखा का जलस्तर बढ़ने से यहां प्रत्येक साल बाढ़ आती है और भारी नुकसान होता है. प्रखंड की गुहियापाल, बनकांटा, पाथरी, बहुलिया, डोमजुड़ी पंचायत सर्वाधिक बाढ़ प्रभावित क्षेत्र है. महुलडांगरी के असित पंडा ने बताया कि पानी गांव के शिव मंदिर तक आ पहुंचा है. धान के पौधे रोपित खेत पानी से डूब गए हैं. किसानों के पंप घर भी पानी से डूब गए हैं. नदी के पानी की धार से खेत की मिट्टी का कटाव शुरू हो गया है. स्वर्णरेखा नदी का जलस्तर बढ़ा तो स्थिति भयावह हो जाएगी.
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बाढ़ के खतरे को लेकर सभी अलर्ट
पाथरी पंचायत के मुखिया चैतन्य सिंह मुंडा ने कहा कि स्वर्णरेखा नदी का पानी तेजी से बढ़ रहा है. बाढ़ के खतरे को लेकर अलर्ट हैं. उन्होंने बताया कि इसी तरह पानी बढ़ता रहा तो इलाके में बाढ़ आ जाएगी. इस स्थिति में नदी के किनारे के गांव के ग्रामीणों को सुरक्षित स्थान पर रखने की तैयारी कर ली गई है.
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