LagatarDesk: नवरात्रि के नवमी तिथि को रामनवमी का त्योहार मनाया जाता है. धार्मिक मान्यताओं के अनुसार इसी दिन पर भगवान विष्णु के सातवें अवतार श्रीराम का जन्म हुआ था. हिंदूओं के लिए रामनवमी का त्योहार बहुत ही महत्वपूर्ण होता है. इस दिन मंदिरों को अच्छी तरह सजाया जाता है. और भगवान राम और माता सीता की विधि विधान से पूजा की जाती है. साथ ही इस दिन कन्या">https://en.wikipedia.org/wiki/Kanya_Puja">कन्या
पूजन भी होता है.
सावधानी बरतते हुए करें पूजा
कोरोना महामारी की दूसरी लहर के कारण पूरे देश में चिंता का माहौल है. महामारी के बीच लोग नवरात्रि भी मना रहे हैं. नवरात्रि में अष्टमी और नवमी पर कन्या पूजन की परंपरा है. हालांकि धार्मिक आस्थाओं और परंपराओं के बीच कोरोना वायरस की अनदेखी जानलेवा साबित हो सकती है. इसलिए खतरे को देखते हुए भीड़ में पूजन या भंडारे का आयोजन करने से बचें. कोरोना का ये नया स्ट्रेन बच्चों पर भी कहर बरपा रहा है.
कैसे रखें बच्चों का ख्याल
नवरात्रि में बच्चियों को कन्या पूजन के लिए आस-पड़ोस में ना भेजें. अगर आपके आस-पास भंडारे का आयोजन किया गया है तो वहां भी बच्चों को बिल्कुल न जाने दें. लोगों के एक जगह पर इकठ्ठा होने से कोरोना संक्रमण का खतरा बढ़ सकता है. आपको घर या घर से बाहर कहीं भी भीड़ में शामिल होने से बचना चाहिए.
भजन-कीर्तन- नवरात्रि में लोग भजन-कीर्तन के लिए भी इकट्ठे होते हैं. ऐसे कीर्तन या चौकियों के आयोजन और ना ही उनमें शामिल होने से बचें. घर से बाहर मंदिर आदि में जाने से भी परहेज करें. इन हालातों में ऐसा कोई काम न करें जिससे आपकी या दूसरों की जान पर खतरा हो. फिलहाल मंदिर में पूजा-अर्चना के लिए प्रवेश न करें. घर पर ही पूजा करें.
ऐसे करें कन्या पूजन
नवरात्र में दुर्गाष्टमी और नवमी के दिन कन्या पूजन किया जाता है. लेकिन कोरोना के चलते इस बार कन्या पूजन की प्रक्रिया में थोड़ा बदलाव करना सही होगा. यदि आपके घर में कोई कन्या है तो उसे भोजन करवा दीजिये. आस-पड़ोस में कन्याओं को खाने के सामान की जगह ऑनलाइन गिफ्ट भिजवा सकते हैं.