New Delhi : कोवैक्सीन बनाने वाली कंपनी भारत बायोटेक ने दावा किया है कि उसके कोरोना टीके से खून का थक्का जमने, थ्रम्बोसायटोमेनिया, टीटीएस, वाआईटीटी, पेरिकार्डिटिज, मायोकार्डिटिज जैसा कोई खतरा नहीं है. भारत बायोटेक ने कहा कि सेफ्टी हमारे लिए सबसे पहले है. कहा कि कोवैक्सीन एक मात्र हमारी वैक्सीन है, जिसका ट्रायल भारत में किया गया. नेशनल खबरों के लिए यहां क्लिक करें
@bharatbiotech announcement – #COVAXIN was developed with a single-minded focus on #safety first, followed by #efficacy. #BharatBiotech #COVID19 pic.twitter.com/DgO2hfKu4y
— Bharat Biotech (@BharatBiotech) May 2, 2024
भारत बायोटेक ने Covaxin की सेफ्टी को लेकर बयान जारी किया
एस्ट्रोजेनेका द्वारा बनाई गयी कोविशील्ड टीके को लेकर उठ रहे सवाल के बीच भारत बायोटेक ने Covaxin की सेफ्टी को लेकर अपना बयान जनहित में जारी किया है. एस्ट्रोजेनेका ने यूके के कोर्ट में माना था कि उसके कोरोना टीके से खून का थक्का जमने, थ्रम्बोसायटोमेनिया, टीटीएस की संभावना हो सकती है. लेकिन यह मामले दुर्लभ होंगे. हालांकि यह भी कहा कि टीके नहीं लेने वालों पर भी यह खतरा बना रहता है.
सुप्रीम कोर्ट के रिटायर जज की देखरेख में विशेषज्ञ समिति गठित करने की गुहार
जान लें कि सुप्रीम कोर्ट में बुधवार को एक याचिका दायर की गयी है. याचिका में कोविशील्ड टीके के किसी भी संभावित दुष्प्रभाव और जोखिम कारकों की जांच के लिए सुप्रीम कोर्ट के रिटायर जज की देखरेख में एक चिकित्सा विशेषज्ञ समिति गठित करने की गुहार लगाई गयी है. याचिका के अनुसार ब्रिटेन मुख्यालय वाली दवा कंपनी एस्ट्राजेनेका ने कहा है कि कोविड-19 के खिलाफ उसका टीका बहुत दुर्लभ मामलों में कम प्लेटलेट काउंट और रक्त के थक्के बनने का कारण बन सकता है. यह टीका(कोविशील्ड) भारत में लाइसेंस के तहत बनाया गया था.
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