- असम के सीएम हिमंत बिस्वा सरमा पर हमारे तीन विधायकों का खरीदने का आरोप
- जांच में असम सरकार से झारखंड पुलिस को नहीं मिल रहा है सहयोग
- केंद्र सरकार राज्यों को लड़वाने में लगी है, ये गृह युद्ध कराना चाहते हैं
- गिरगिट से भी ज्यादा रंग बदलते हैं बाबूलाल, सुदेश दोनों हाथों में लड्डू चाहते हैं
Ranchi: झारखंड विधानसभा के विशेष सत्र में हेमंत सरकार ने विश्वास मत पेश कर यह संदेश दे दिया है कि यूपीए एकजुट है. विश्वास प्रस्ताव पर सरकार की ओर से जवाब देते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि भाजपा ने चुनाव से पहले सर्वे भी करा लिया है. इनका सूपड़ा साफ हो रहा है इसलिए छटपटाए हुए हैं. कहा कि हमारे तीन विधायकों को खरीदने का काम किया गया है. तीनों विधायक इस मामले में आज कोलकाता में फंसे हैं. विधायकों को खरीदने के पीछे सीधे-सीधे असम के मुख्यमंत्री हिमंत बिस्वा सरमा का नाम आया है. जांच के लिए जा रही झारखंड पुलिस को वहां की सरकार का सहयोग नहीं मिल रहा है. केंद्र सरकार राज्यों को राज्यों से ही लड़वाने में लगी है. ये लोग गृह युद्ध और दंगा कराना चाहते हैं.
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अगले चुनाव में भाजपा वाले जमानत ही बचा लें तो बड़ी बात होगी
हेमंत सोरेन ने कहा भाजपा विधायक दल के नेता बाबूलाल मरांडी गिरगिट से भी ज्यादा रंग बदलते हैं. आजसू चीफ सुदेश महतो की 20 साल से हमेशा यही कोशिश रही की दोनों हाथ में लड्डू हो. कांके विधायक समरी लाल के जाति प्रमाण पत्र के मामले पर सीएम ने कहा कि समरी लाल का क्या हुआ. दूसरे राज्य से आकर फर्जी तरीके से यहां विधायक बने हैं. इनके सवाल पर भाजपा ने चुप्पी साध रखी है. दो-तीन विधायक तो बिकाउ बैठे हुए हैं. इनकी शाखाओं में आदिवासी, पिछड़े और दलितों को कैसे बेवकूफ बनाया जाये, इसका प्रशिक्षण दिया जाता है. इनका चेहरा इतना भयावह और क्रूर है जिसे पहचानना मुश्किल है. अगली बार चुनाव जीतना तो छोड़िये ये लोग अगर अपनी जमानत बचा लें तो वही बड़ी बात होगी.
भाजपा को लूटकर खाने की आदत
सीएम ने कहा 2014 से अब तक देखेंगे पाएंगे कि इन लोगों (भाजपा) ने सत्ता में बैठकर राज्य की दुर्गति कर दी है. उसका करारा जवाब 2019 में राज्य की जनता ने दिया. उस लाठी का दर्द ये आज भी बर्दाश्त नहीं कर पा रहे हैं. पूर्व मुख्यमंत्री रघुवर दास का नाम लिये बगैर उन्होंने कहा कि इनकी सरकार हाथी पर उड़ती थी. इन्होंने ऐसे-ऐसे कारनामे किये हैं, जिसे लिखना शुरू कर दें, तो कलम की स्याही खत्म हो जायेगी. हेमंत ने कहा कि इनको करना-धरना कुछ नहीं है, लूटकर खाने की आदत हो गई है. कहा कि आपको जो भी हथियार चलाना है, जो भी वार करना है पीठ में नहीं सामने से करो.
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सरकार को मीडिया के जरिये बदनाम करने की कोशिश
हेमंत ने कहा कि आज हमारी सरकार को मीडिया के जरिये बदनाम करने का प्रयास किया जा रहा है. मनुवादी सोच को बढ़ावा दिया जा रहा है. राज्य में जहां भी घटना होती है, इनके नेता जेट प्लेन से पहुंच जाते हैं. सरकार से एयर एंबुलेंस उपलब्ध करने की मांग करते हैं. इनके पास इतना पैसा हो तो खुद ही क्यों नहीं उपलब्ध कराते हैं. अबतक कितने मरीजों को इन्होंने एयर एंबुलेंस उपलब्ध कराया देख लें. हमारी सरकार राज्य में किसी को मरने के लिए नहीं छोड़ सकती. हाल ही में एक बच्ची को इलाज के लिए दिल्ली भेजा. कुछ दिन पहले एक नौजवान को और उससे पहले इनके विधायकों को भी हमने एयर एंबुलेंस उपलब्ध कराया. अंकिता की मौत के बाद निशिकांत, मनोज तिवारी और कपिल मिश्रा दुमका आये थे, लेकिन स्थानीय सांसद सुनील सोरेन को छोड़ दिया. यह देखकर बाबूलाल मरांडी ने तुरंत सुनील सोरेन को अपने साथ बैठा लिया.