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खूंटी छेड़खानी को लेकर BJP महिला मोर्चा ने राज्यपाल को सौंपा छह सूत्री ज्ञापन

- कांग्रेस और जेएमएम की सरकार महिला-आदिवासी विरोधी - वर्तमान सोरेन सरकार ने कई डूबे हुए एनजीओ को संरक्षण देने का काम किया - भाजपा महिला मोर्चा ने राज्यपाल द्रौपदी मुर्मू को सौंपा छह सूत्री ज्ञापन Ranchi : खूंटी के होरा एनजीओ के संचालकों ने लड़कियों के साथ हुए छेड़खानी को लेकर बीजेपी महिला मोर्चा के साथ मिलकर राज्यपाल को ज्ञापन सौंपा. महिला मौर्चा की प्रदेश अध्यक्ष आरती कुजूर के नेतृत्व में एक प्रतिनिधिमंडल ने द्रौपदी मुर्मू को छह सूत्री ज्ञापन सौंपा. इस दौरान राज्यपाल को छात्राओं के साथ हुए छेड़खानी के मामले को लेकर अवगत कराया गया. महिला मोर्चा की सदस्यों ने घटनास्थल का भी दौरा किया था. दौरा के उपरांत विस्तृत जानकारी राज्यपाल को दी गयी. इसे भी पढ़ें -ममता">https://lagatar.in/bjp-leaders-who-went-to-break-mamtas-fort-will-now-return-to-save-their-home/38581/">ममता

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महिलाओं-आदिवासियों के साथ छेड़छाड़ सरकार की नाकामी को दर्शाता है- आशा लकड़ा

रांची की मेयर और भाजपा नेत्री आशा लकड़ा ने कहा कि झारखंड में एनजीओ की संख्या बढ़ रही है. ऐसे एनजीओ के द्वारा छात्राओं के साथ हुए छेड़छाड़ के कई मामले भी सामने आए हैं. इसी में खूंटी जिले के होरा एनजीओ का भी एक मामला है. जहां ट्रेनिंग के नाम पर महिलाओं के साथ ठगी और छेड़छाड़ की घटना हुई है. उन्होंने कहा कि यह सरकार की नाकामी को दर्शाता है. वर्तमान में हेमंत सोरेन की सरकार ने कई डूबे हुए एनजीओ को संरक्षण देने का काम कर रही है. साथ ही कहा कि महिलाओं के साथ हुए छेड़छाड़ के मामले को लेकर भाजपा महिला मोर्चा के नेतृत्व में प्रतिनिधिमंडल ने राज्यपाल को छह सूत्रीज्ञापन सौंपा है. उन्होंने कहा कि राज्यपाल ने इस मामले का स्वतः संज्ञान लिया है और सीएम को भी संज्ञान दिया है. मेयर ने कहा कि कांग्रेस और जेएमएम की सरकार में महिला और आदिवासी सुरक्षित नहीं हैं. यह सरकार आदिवासी विरोधी है. यदि ऐसी घटनाओं पर लगाम नहीं लगता है, तो फिर से भाजपा आंदोलन करेगी.

प्रशिक्षण के नाम पर झारखंड में चल रहा है सभी एनजीओ की हो जांच- आरती कुजूर

बीजेपी महिला मोर्चा की प्रदेश अध्यक्ष आरती कुजूर ने कहा कि खूंटी में होरा एनजीओ के माध्यम से नर्सिंग ट्रेनिंग के दौरान सुदूरवर्ती गरीब,ग्रामीण आदिवासी बच्चियों के साथ छेड़छाड़ की घटना हुई है. एनजीओ के डायरेक्टर ने मानसिक और शारीरिक तौर पर उत्पीड़न किया है. पल्स जांच और सहनशीलता जांच के नाम पर उनके साथ बदसलूकी की गयी है. रविवार को हमारी टीम घटनास्थल पर भी जाकर जानकारी ली थी. इस दौरान यह तथ्य सामने आए कि इस मामले में अभी तक एक ही व्यक्ति की गिरफ्तारी हुई है. उन्होंने कहा कि इस मामले का खुलासा करते हुए सभी दोषियों की गिरफ्तारी की मांग राज्यपाल के माध्यम से राज्य सरकार से करते हैं. आरती ने कहा कि बच्चियों का जीवन खराब नहीं हो, इसके लिए अपनी देखरेख में बच्चों के आगे की ट्रेनिंग दिया जाए. प्रशिक्षण के नाम पर झारखंड में चल रहे सभी एनजीओ की जांच की जाए. उन्होंने कहा कि वर्तमान सरकार कहती है कि यह आदिवासियों की सरकार है, लेकिन आदिवासी बहुल क्षेत्र में ऐसी घटना हुई है. इसे भी पढ़ें - कुतिया">https://lagatar.in/meghalaya-governor-satpal-malik-said-if-the-bitch-dies-the-leaders-mourn-nothing-was-said-about-the-death-of-250-farmers/38591/">कुतिया

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