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के सहिया और सहिया साथी प्रशिक्षक संघ का सम्मेलन-सह-सम्मान समारोह आयोजित
विस्थापितों की समस्याओं को सामने रखा
बैठक में शामिल ग्रामीण विस्थापित लखन सोरेन ने कहा की, 1956 में हमारे जमीन का अधिग्रहण बीएसएल द्वारा किया गया. उस समय से कोई विकास का काम नहीं हुआ. हम एमपी, एमएलए का चुनाव कर सकते हैं तो मुखिया का वोट क्यों नहीं दे सकते ? एशिया का महान कारखाना होते हुए भी हमें नियोजन नहीं मिला. अब हम अपनी जमीन पर हल चलाकर कुरथी और धान रोपेंगे. वनभोज-सह बैठक में उपस्थित ग्रामीण सह संघ के सदस्य रेहान अंसारी ने कहा की, आज की बैठक नियोजन एव पंचायती राज्य में शामिल करने के उद्देश्य से की गई है. और बैठक में रणनीति एवं आंदोलन पर चर्चा की गई. बैठक में मुख्य रूप शामिल भारतीय युवा विद्यार्थी विकास संघ के अध्यक्ष विजय तुरी ने कहा कि, बीएसएल प्लांट प्रबंधन हमारी नियोजन की प्रक्रिया चालू करे. अन्यथा हमारी जमीन वापस करे. अगर ऐसा नहीं हुआ तो हम चरणबद्ध आंदोलन के लिए मजबूर होंगे. इसे भी पढ़ें- बोकारो:">https://lagatar.in/bokaro-health-minister-banna-gupta-opposed-the-new-agriculture-law-said-it-will-make-farmers-bonded-laborers/27239/">बोकारो:स्वास्थ्य मंत्री बन्ना गुप्ता ने नए कृषि कानून का किया विरोध, कहा- ये किसानों को बंधुआ मजदूर बना देगा