बेलगढ़िया टाउनशिप के लोगों का बकाया भुगतान को लेकर जरेडा कार्यालय में हंगामा
सामूहिक हत्या का कब होगा पर्दाफाश ?
दरअसल यह मामला एक सामूहिक हत्या से जुड़ा हुआ है. वर्ष 2002 में एक परिवार के पांच सदस्यों की हत्या कर दी गयी थी. पुलिस ने इस हत्याकांड से जुड़े सबूत जुटाये भी थे. और साक्ष्य को पुलिस ने मालखाना में भी रखा था. मुकदमा ट्रायल के दौरान साबूत बदलने की बात सामने आई है. कोर्ट ने संज्ञान लेते हुए साक्ष्य बदलने और साजिशकर्ता व मालखाना इंचार्ज के खिलाफ FIR दर्ज करने का निर्देश दिया. निर्देश के बाद मामले में केस भी दर्ज किया गया. इस मामले में अनुसंधानकर्ता ने क्लोजर रिपोर्ट लगा दिया. मामला ज्यों ही मुख्यालय पहुंचा तो, CID को जांच सौंप दी गयी है. फिलहाल रिपोर्ट एवं सबूत में छेड़छाड़ करने के कारण आरोपियों को राहत मिल गयी. जिसके कारण आरोपित बरी भी हो गए हैं. लेकिन मामले की जांच पड़ताल जारी है. इस बाबत एसपी ने बताया कि मामले की जांच शुरू है. और दोषियों पर करवाई जरुर होगी. इसे भी पढ़ें- रिम्स">https://lagatar.in/dmch-practitioners-shut-down-opd-service-in-support-of-movement-of-rims-resident-doctors/35486/">रिम्सरेजिडेंट डॉक्टर्स के आंदोलन के समर्थन में DMCH के चिकित्सकों ने OPD सेवा रखी बंद