NewDelhi : लोकसभा चुनाव 2024 को लेकर सभी पार्टियों ने रणनीति बनानी शुरू कर दी है. बीजेपी ने भी सत्ता की हैट्रिक लगाने और 370 सीटें जीतने का टारगेट तय कर रखा है. इसको लेकर बीजेपी मुख्यालय में गुरुवार देर रात करीब साढ़े 10 बजे केंद्रीय चुनाव समिति की बैठक शुरू हुई, जो साढ़े चार घंटे (शुक्रवार तड़के) तक चली. इस बैठक में पार्टी ने अलग-अलग राज्यों में लोकसभा चुनाव के लिए टिकटों और उम्मीदवारों के नाम पर मंथन किया. बैठक में 16 राज्यों की 301 सीटों में से 100 से अधिक सीटों पर उम्मीदवारों का नाम फाइनल कर लिया गया. सूत्रों की मानें तो भूपेन्द्र यादव, धर्मेंद्र प्रधान और मनसुख मांडविया सहित कई ऐसे केंद्रीय मंत्रियों को आम चुनाव में मैदान में उतारे जाने की संभावना है, जिन्हें पार्टी ने संसद के उच्च सदन के लिए हाल में हुए द्विवार्षिक चुनावों के दौरान दोबारा राज्यसभा उम्मीदवार नहीं बनाया.
भाजपा राष्ट्रीय अध्यक्ष श्री @JPNadda की अध्यक्षता एवं पीएम श्री @narendramodi की गरिमामयी उपस्थिति में चल रही भारतीय जनता पार्टी की केन्द्रीय चुनाव समिति की बैठक के दृश्य। pic.twitter.com/ZSHtCeedFs
— BJP (@BJP4India) February 29, 2024
कई राज्यों के सीएम समेत पार्टी के कई वरिष्ठ नेता हुए शामिल
बीजेपी की केंद्रीय चुनाव समिति की बैठक में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी भाजपा अध्यक्ष जे पी नड्डा, गृह मंत्री अमित शाह, रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह समेत पार्टी के कई वरिष्ठ नेता शामिल हुए. बैठक में कई राज्यों के सीएम भी शामिल हुए. इनमें योगी आदित्यनाथ (उत्तर प्रदेश), भूपेन्द्र पटेल (गुजरात), मोहन यादव (मध्य प्रदेश), विष्णु देव साय (छत्तीसगढ़), पुष्कर सिंह धामी (उत्तराखंड) और प्रमोद सावंत (गोवा) शामिल है. इसके अलाा बैठक में मध्य प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान, केंद्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया और राजस्थान की उप मुख्यमंत्री दीया कुमारी ने भी हिस्सा लिया. राज्य के नेता केंद्रीय चुनाव समिति की बैठक में तब हिस्सा लेते हैं जब उनसे संबंधित राज्यों की सीट पर उम्मीदवार तय करने के लिए विचार किया जाता है.
2019 लोस चुनाव में 16 राज्यों की 301में से 201 सीटों पर बीजेपी ने जमाया था कब्जा
बता दें कि 2019 के लोकसभा चुनाव में बीजेपी इन 16 राज्यों की 301 सीटों में से 201 सीटों पर जीत हासिल की थी. केरल इकलौता राज्य था, जहां बीजेपी अपना खाता नहीं खोल सकी थी. वहीं पश्चिम बंगाल में बीजेपी की दो सीटे बढ़ी थी. यह 16 से बढ़कर 18 पर पहुंच गयी थी. इसके अलावा में गुजरात(26), त्रिपुरा (2), उत्तराखंड (पांच), चंडीगढ़ (1), दिल्ली (7) की सभी सीटें बीजेपी के खाते में आयी थी. जबकि राजस्थान की 25 में से 24 सीट, मध्य प्रदेश की 29 में से 28 सीट, झारखंड की 14 में से 12 सीट, छत्तीसगढ़ की 11 में से 9 सीट, असम की 14 में से 9 सीटें, गोवा की दो में से एक सीट, जम्मू-कश्मीर की 6 में से 3 सीट और तेलंगाना की 17 में से 4 सीटें बीजेपी की झोली में आयी थी. उत्तर प्रदेश की बात करें तो 80 लोकसभा सीट में से 62 सीट बीजेपी के खाते में आयी थी. बाद में बीजेपी ने उपचुनाव में दो सीटें अपने नाम की थी.
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