NewDelhi : वैक्सीनेशन गाइडलाइन के खिलाफ लग्जरी होटल्स में वैक्सीनेशन ड्राइव चला रहे अस्पतालों पर केंद्र सरकार की गाज गिरेगी. खबर है कि सरकार ने ऐसे अस्पतालों को कार्रवाई करने को लेकर चेताया है. जानकारी के अनुसार शनिवार को स्वास्थ्य मंत्रालय ने राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों के अधिकारियों को पत्र भेजा है.
पत्र में कहा गया है कि अधिकारी उन होटलों और अस्पतालों पर नजर रखें जो वैक्सीनेशन की गाइडलाइन का पालन नहीं कर रहे हैं. पत्र के अनुसार कुछ प्राइवेट अस्पतालों ने बड़े-बड़े होटलों के साथ अनुबंध कर लिया है. इसके तहत लोगों को वैक्सीनेशन का पैकेज दिया जा रहा है. कहा गया कि यह सीधे तौर पर गाइडलाइन का उल्लंघन है.
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वैक्सीनेशन को लेकर सरकार की गाइडलाइन
- वैक्सीनेशन सरकारी और प्राइवेट अस्पतालों में हो सकता है. कंपनियां अपने कर्मचारियों का वैक्सीनेशन ऑफिस में करवा सकती हैं. वैक्सीनेशन सेंटर दूर होने पर बुजुर्गों के लिए सोसाइटी में कैंप लगाया जा सकता है. इसके अलावा पंचायत भवन, स्कूल और कॉलेज को अस्थाई वैक्सीनेशन सेंटर बनाया जा सकता है.
क्या है होटलों का लग्जरी पैकेज?
सूत्रों के अनुसार होटल अपने लग्जरी पैकेज में वैक्सीन लगवाने वालों को कई सारी सुविधाएं दे रहे हैं. इसके तहत ठहरने की व्यवस्था, हेल्दी ब्रेकफास्ट, डिनर और वाईफाई के अलावा अस्पतालों से एक वैक्सीनेशन एक्सपर्ट भी उपलब्ध करवाया जा रहा है. बता दें कि इसका सोशल मीडिया पर भारी विरोध हो रहा है.
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दिल्ली के डिप्टी CM ने उठाया था मुद्दा
दिल्ली के उप मुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया ने शनिवार को इस मामले को उठाया. उन्होंने कहा था कि राज्य सरकारें वैक्सीन की भारी कमी झेल रही हैं. इसकी वजह से 18 से 44 साल के लोगों का वैक्सीनेशन रुक गया है. सिसोदिया ने केंद्र सरकार से पूछा कि जब केंद्र के पास राज्यों को देने के लिए वैक्सीन नहीं है तो प्राइवेट अस्पतालों के पास स्टॉक कहां से आ रहा है.
कहा कि दिल्ली सरकार राज्य के सभी युवाओं का मुफ्त में वैक्सीनेशन करना चाहती है. यदि इस काम के लिए राज्य सरकार को वैक्सीन नहीं मिल रही हैं तो प्राइवेट अस्पतालों तक वैक्सीन का पहुंचना आश्चर्यजनक है. उनका आरोप था कि प्राइवेट अस्पतालों में एक डोज के 1 हजार रुपए तक में दिया जा रहा है.