Chaibasa: कोल्हान विश्वविद्यालय छात्रसंघ अध्यक्ष सनातन पिंगुवा ने टापा टप एल्बम के गाने पर अपनी आपत्ति व्यक्त की है. उन्होंने आज यहां जारी बयान में कहा कि ‘हो’ फिल्म इंडस्ट्री के माध्यम से हमारी भाषा एवं संस्कृति रीति रिवाज परंपरा को पहचान दिलाने में काफी हद तक मदद मिली है. ‘हो’ फिल्म इंडस्ट्री में काम कर रहे सभी कलाकार एवं संगीतकारों को गाइडलाइन की जरूरत है. इसके लिये ‘हो’ समाज के बुद्धिजीवी वर्ग को आगे आना होगा.
इसे भी पढ़ें: किरीबुरुः पंचायत चुनाव में विजयी मुखिया व पंचायत समिति सदस्यों को मिला प्रमाण पत्र
फूहड़ गाने आने वाली पीढ़ियों को गलत संदेश दे रहे: पिंगुवा
सनातन पिंगुवा ने कहा कि जब तक ‘हो’ फिल्म इंडस्ट्री को अलग से सेंसर बोर्ड नहीं मिलती तब तक इसी प्रकार की आपत्तिजनक वीडियो पर लगाम नहीं लगा सकते. चलचित्र और संगीत से ही देश विदेश में हमारी भाषा और संस्कृति को पहचाना जा रहा है. आदिवासी समुदाय शालीनता के लिये जाना जाता है. आजकल के फूहड़ गाने आने वाली पीढ़ियों को गलत संदेश दे रहे हैं. उन्होंने सभी कलाकारों एवं संगीतकारों से अच्छे गाने और वीडियो बनाकर समाज को अच्छा संदेश देने का काम करने का आग्रह किया. पिंगुवा ने कहा कि हमारे आदिवासी वीर शहीदों के नाम पर भी वीडियो और गाने बनने चाहिए.