- मछुवारे व ग्रामीणों ने बचायी जान
Chakradharpur (Shambhu Kumar) : जाको राखे साइयां, मार सके न कोय, वाली कहावत चक्रधरपुर में गुरुवार को चक्रधरपुर के महुलबोराई गांव में चरितार्थ हुई. जहां एक कलियुगी मां ने ममता को शर्मासर करते हुये अपने नवजात को जन्म देने के बाद पुलिया के नीचे झाड़ियों में तड़पने के लिए छोड़ दिया तो दूसरी ओर कुछ लोगों की नजर शिशु पर पड़ने पर उसे ईलाज के लिए चक्रधरपुर के अनुमंडल अस्पताल में भर्ती कराया गया. जिससे शिशु की जान बच सकी. बताया जाता है कि चक्रधरपुर प्रखंड की केरा पंचायत के महुलबोराई गांव जाने वाली सड़क के पुलिया के नीचे एक नवजात शिशु (बालक) को फेंक दिया.
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जब तपन कैवर्त नामक एक युवक मछली पकड़ने के लिए जा रहा था तो इसी दौरान एक शिशु के रोने की आवाज सुनी.इसके बाद उसने पुलिया के नीचे जाकर देखा तो नवजात शिशु को रोते हुये पाया. इसके बाद इसकी सूचना उसने आसपास के ग्रामीणों को दी.झाड़ियों में शिशु के फेंकने के कारण उसके पैर में कई जगह चोटें लग गई थी और चिटियां भी लग रही थी. ग्रामीणों ने शिशु को पुलिया के नीचे झाड़ियों के बीच से उठाकर गांव ले आये और इसकी जानकारी गांव के समाजसेवी अभिजीत भट्टाचार्य को दी. इसके बाद तपन कैवर्त, उसकी मां व ग्रामीणों द्वारा शिशु को ईलाज के लिए चक्रधरपुर के अनुमंडल अस्पताल लाया गया.जहां चक्रधरपुर अनुमंडल अस्पताल के डॉक्टर जेजे मुंडू ने शिशु की जांच करने के बाद कहा कि शिशु पूरी तरह स्वस्थ्य है, झाड़ियों में फेंके जाने के कारण शरीर पर चिटियां चल रही थी.
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इधर शिशु को देखने के लिए गिरिराज सेना के संरक्षक स्व. कमलदेव गिरि के बड़े भाई उमाशंकर गिरि के अलावे गिरिराज सेना के अन्य सदस्य, आजसू के जिलाध्यक्ष रामलाल मुंडा, समाजसेवी सदानंद होता समेत बड़ी संख्या में लोग अनुमंडल अस्पताल पहुंचे थे. बता दें कि चक्रधरपुर प्रखंड की केरा गांव स्थित खादी भंडार के समीप तालाब किनारे एक शिशु को किसी ने फेंक दिया था. इसके बाद शिशु का शव तालाब किनारे मिला था.
शिशु की जान बचाने वाले तपन व अभिजीत भट्टाचार्य को किया गया सम्मानित
नवजात शिशु को पुलिया के नीचे झाड़ियों में देखकर अस्पताल लाने वाले मछली विक्रेता तपन कैवर्त व समाजसेवी अभिजीत भट्टाचार्य को गिरिराज सेना के प्रमुख उमाशंकर गिरि ने अंग वस्त्र देकर सम्मानित किया. मौके पर उमाशंकर गिरि ने कहा कि नवजात शिशु की जान बचाने वाले तपन कैवर्त व अभिजीत भट्टाचार्य ने बहुत ही बेहतर कार्य किया है. इसके लिए गिरिराज सेना की टीम धन्यावाद देती है. उन्होंने कहा कि पुलिस-प्रशासन से भी निवेदन है कि आए दिन होने वाले इस तरह की घटना पर रोक लगाये.