- जिन नौ जिलों में छूट बढ़ायी गयी है वहां मिले इन व्यवसायों को छूट
- सरकार को इसपर करना चाहिये पुनर्विचार
Ranchi: फेडरेशन ऑफ झारखंड चैंबर ऑफ कॉमर्स एंड इंडस्ट्रीज की ओर से मुख्यमंत्री को पत्र लिखा गया. जिसमें राज्य में जल्द से जल्द कपड़ा और जूता चप्पल की दुकानें खोलने की मांग की गयी. चैंबर अध्यक्ष प्रवीण जैन छाबड़ा ने लिखा कि पिछले दो महीने से राज्य में कपड़ा और जूता, चप्पल की दुकानें बंद हैं. कपड़ा व्यवसाय से छोटे से छोटे लोग भी जुड़े हैं. वहीं सुदूर क्षेत्रों से लेकर शहरों तक में लोगों की आजीविका का साधन है. ऐसे में सरकार को इस पर पुनर्विचार करना चाहिये. पत्र की जानकारी देते हुए छाबड़ा ने कहा कि सरकार ने जिन नौ जिलों में छूट दी गई है. वहां कपड़ा और जूता. चप्पल समेत अन्य व्यवसाय को बंद रखा है. ऐसे में हर दिन नहीं तो सरकार को सप्ताह में चार दिन दिन के दो बजे तक इन व्यवसायों को खोलने की अनुमति देनी चाहिये.
आर्थिक संकट से जूझ रहे व्यवसायी
छाबड़ा ने कहा कि अप्रैल महीने में जब कोरोना संक्रमण बढ़ रहा था तो कपड़ा व्यवसायियों ने खुद से दुकानें बंद की. अलग-अलग क्षेत्र के व्यासायियों ने इसमें सहयोग किया. लेकिन इसके बाद राज्य सरकार की ओर से लॉकडाउन किया गया. ऐसे में साल दर साल हो रही कोरोना महामारी के कारण सबसे अधिक नुकसान कपड़ा और जूता, चप्पल व्यवसायियों की हो रही है. व्यवसायियों के सामने अब आर्थिक संकट की समस्या है. ऐसे में अगर सरकार सप्ताह में चार दिन खोलने की अनुमति देती है तो दुकानदार अपनी तैयारी कर सकेंगे. साथ ही जन जीवन सामान्य होने पर ये व्यवसाय भी पटरी पर लौट आएंगे. उन्होंने सरकार से इस मुद्दे पर पुनर्विचार करने की मांग की है.
इसे भी पढ़ें- कोरोना काल में अनाथ हुए बच्चों की खोज में प्रशासन फिसड्डी, डालसा ने 3 दिन में ही खोज निकाले करीब 12 बच्चे
कार्यकारिणी बैठक में की गयी थी चर्चा
पिछले दिनों चैंबर में कार्यकारिणी बैठक की गयी थी. जिसमें कपड़ा और जूता, चप्पल व्यवसायियों को हो रही परेशानी पर चर्चा की गयी थी. इस दौरान कपड़ा व्यवसायियों ने चैंबर को बताया कि हर साल लगे लॉकडाउन और बंदी के कारण स्टॉक में रखें कपड़े बर्बाद हो जा रहे है. वहीं ऑनलाइन सामान मिलने से कई बार ये आउट ऑफ फैशन भी हो जा रहा है.