Chandil ( Dilip Kumar) : कोरोना महामारी खत्म नहीं हुआ है. लोगों की सक्रियता और सजगता के कारण संक्रमण की रफ्तार कम हुई है. लोगों को आगे भी सजग रहना होगा, ताकि कोरोना का संक्रमण बढ़े नहीं. कोरोना के खात्मे के लिए लोगों को भीड़-भाड़ से बचना होगा, आपस में दो गज की दूरी बनानी होगी ताकि संक्रमण का फैलाव ना हो. इस संदेश के साथ ओडिशा के कटक के रहने वाले अजय बेहरा नई दिल्ली तक पदयात्रा पर निकले हैं. 46 वर्षीय अजय पदयात्रा के दौरान जगह-जगह लोगों को कोरोना के प्रति सजग कर रहे हैं. लोगों को बता रहे हैं कि कोरोना महामारी ने कितने परिवार को उजाड़ कर रख दिया है. कितने बच्चों के सिर से माता-पिता का साया छीन लिया है. कितनों का सुहाग उजाड़ दिया . उन्होंने कहा कि इससे बचने का एक ही उपाय है सजगता के साथ सावधानी.
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15 अगस्त तक दिल्ली पहुंचने का लक्ष्य
अजय बेहरा ने छह जुलाई को कटक के सुभाष चौक से पदयात्रा शुरू किया. 13 दिनों में अजय कटक से बालेश्वर, रायरंगपुर, करनडीह, जमशेदपुर होते हुए चांडिल पहुंचे. छठवीं तक पढ़े अजय बेहरा ने समाज को सुरक्षित रखने के लिए बड़ा बीड़ा उठाया है. बातचीत के दौरान उन्होंने बताया कि मंगलवार शाम तक उसे बुंडू पहुंचना है. एक दिन में अजय 65 से 70 किलोमीटर का सफर तय करते हैं. उनका लक्ष्य 15 अगस्त तक राष्ट्रीय राजधानी नई दिल्ली स्थित इंडिया गेट तक पहुंचने का है. कटक से नई दिल्ली तक रास्ते में जगह-जगह कोरोना के प्रति लोगों को जागरूक करते जा रहे हैं.
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कटक से मुबंई तक कर चुका पदयात्रा
अजय बेहरा इसके पूर्व भी समाज को जागरूक करने के लिए पदयात्रा कर चुके हैं. लोगों को एड्स के प्रति सचेत और सजग करने के लिए अजय बेहरा ओड़िशा के कटक से मुबंई तक पदयात्रा कर चुके हैं. पदयात्रा पर चर्चा करते हुए उन्होंने बताया कि एड्स के प्रति जागरुकता को लेकर किए गए पदयात्रा के दौरान रास्ते में उन्हें लोगों का पूरा सहयोग मिला था. उन्होंने बताया कि रास्ते में लोग उन्हें भोजन कराते थे, सोने के लिए जगह देते थे. इस बार भी पदयात्रा के दौरान उन्हें लोगों का भरपुर सहयोग मिल रहा है.
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