Chandil (Dilip Kumar) : चौका थाना क्षेत्र में इन दिनों अवैध कोयला और लोहे का गौरखधंधा फल-फूल रहा है. जगह-जगह बने अड्डों के कारण पूरा क्षेत्र अवैध कारोबारों का हब बनता जा रहा है. बताया जा रहा है कि टाटा-रांची राष्ट्रीय राजमार्ग के किनारे हो या चौका-कांड्रा सड़क या फिर चौका-पातकुम सड़क सभी ओर गौरखधंधा किया जाता है. काले कारनामों से धन कमाने की धंधेबाजों की ललक देखकर आम लोग आश्चर्य में हैं. यहां छोटे-छोटे बच्चों के पढ़ने वाले सरकारी स्कूल के बगल में भी खुलेआम कोयले का गैरकानूनी कारोबार किया जा रहा है. कोयले के कारोबार के दौरान उड़ने वाली काली डस्ट से स्कूल के बच्चे भी प्रभावित हो रहे हैं. ग्रामीणों का कहना है कि इस प्रकार की खुलेआम कारोबार की जानकारी क्या क्षेत्र के पुलिस-प्रशासन को नहीं है.

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स्कूल भी काले डस्ट की चपेट में
चौका थाना क्षेत्र के एनएच 33 किनारे उत्क्रमित मध्य विद्यालय दिनाई के सामने झाड़ियों के बीच कोयले का अवैध कारोबार फल-फूल रहा है. यहां किसी औद्योगिक प्रतिष्ठान के जैसा काम होता है. एक के बाद एक ट्रक का आना और उससे कोयले उतारने का काम चलता रहता है. इस दौरान कोयले का डस्ट भी आसपास के क्षेत्र को प्रदूषित कर रहा है. निकट में ही स्कूल रहने के कारण स्कूल भी इसकी चपेट में आ रहा है. इससे स्कूल का वातावरण भी दूषित हो रहा है. पुलिस-प्रशासन को जरूरत है इन गौरखधंधों पर लगाम लगाकर क्षेत्र में कानून का राज स्थापित करें.
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