Chandil ( Dilip Kumar) : चांडिल अनुमंडल क्षेत्र के कुकड़ू प्रखंड अंतर्गत रुपडू गांव में शनिवार को झारखंडी भाषा खतियानी संघर्ष समिति ने जन जागरूकता कार्यक्रम चलाया. मौके पर संगठन के सदस्यों ने जल, जंगल, जमीन, आदिवासी-मूलवासियों को उनका हक और अधिकार दिलाने के लिए अपनी लड़ाई खुद लड़ने के लिए जागरूक किया. सदस्यों ने कहा कि आंदोलन पूरे राज्य में जारी है.
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अपनी पहचान व संस्कृति खोते जा रहे है आदिवासी-मूलवासी
संगठन के सदस्यों ने कहा कि प्रदेश के खतियानी आदिवासी-मूलवासी दिन-प्रतिदिन कहीं न कहीं अपनी पहचान व संस्कृति खोते जा रहे है. रैयत ये सोच रहे थे कि अलग राज्य बनने से राज्य के स्थानीय लोगों को उनका हक व अधिकार मिलेगा. लेकिन ये गलत साबित हुआ. आशा के विपरीत दिन-प्रतिदिन आदिवासी-मूलवासियों पर अन्याय, शोषण बढ़ता गया. इसके बाद समस्त झारखंडी सरकार की गलत नीतियों का विरोध करने पर मजबूर हो गए हैं.
खतीयानधारियों को एक बैनर तले आना होगा : समिति सदस्य
समिति के सदस्य फुलचांद महतो ने कहा कि सभी खतीयानधारियों को एक बैनर पर आना होगा और अपने हक और अधिकार की लड़ाई को और तेज करना होगा. इस अवसर पर गोपेश, शशिभूषण, चित्ररंजन महतो, आशु कालिंदी, प्रभात सरदार समेत बड़ी संख्या में ग्रामीण उपस्थित थे.
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