Chandil (Dilip Kumar) : कुड़मी समाज ने शनिवार को प्रेमशाही मुंडा के खिलाफ चांडिल थाना में दंगा भड़काने का मामला दर्ज करवाया. थाना को दिए आवेदन में कुड़मी समाज ने आरोप लगाया कि ऐसे लोग चाहते हैं कि मणिपुर जैसा दंगा झारखंड में हो. लेकिन कुड़मी समुदाय इनके मनसूबों को कभी सफल नहीं होने देगी. साहेरबेड़ा के देवाशीष महतो ने अपने समर्थकों के साथ चांडिल थाना में जाकर उक्त मामला दर्ज करवाया. कुड़मी समाज की ओर से बताया गया कि चार जून को आदिवासी आक्रोश जनसभा के दौरान संविधान निर्माता में से एक बाबा साहब भीमराव अम्बेडकर के फोटो के सामने अपने भाषण में कुड़मी समाज के खिलाफ अपशब्दों का प्रयोग किया था. आरोप है कि प्रेमशाही मुंडा कुड़मी लोगों को जाहेरथान में ले जाकर बलि देने की बात कही थी. एफआईआर में कहा गया है कि प्रेमशाही मुंडा का वीडियो क्लिप की सत्यता की जांच करते हुए दोषी के खिलाफ भारतीय दंड संहिता के तहत मामला दर्ज किया जाए.
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कुड़मी समाज की मांग सरकार से है किसी समुदाय से नहीं
उन्होंने बताया कि कुड़मी समुदाय एसटी सूची में शामिल करवाने के लिए संवैधानिक लड़ाई लड़ रही है. समाज की मांग किसी समुदाय से नहीं बल्कि सरकार से है. यदि किसी को यह डर लगता है कि कुड़मी समुदाय अगर एसटी बन जाता है तो उनका हक मारा जाएगा, लेकिन ऐसा नहीं है. यदि कुड़मी एसटी में शामिल हो जाता है तो आरक्षण का दायरा भी बढे़गा और यह क्षेत्र 5वीं अनुसूची से 6ठीं अनुसूची में शामिल हो जाएगा. कुड़मी समुदाय अन्य झारखंडी समुदायों के साथ वर्षों से सामाजिक सांस्कृतिक रूप से सामंजस्य के साथ रहते हुए आया है. आपस में कभी कोई बड़ा विवाद नहीं हुआ है. अभी कुछ राजनीतिक पार्टियां और नेता अपने निहित राजनीतिक स्वार्थ के लिए झारखंडी समुदायों को आपस में लड़ाने में लगे हुए हैं. यही लोग पहले झारखंड में सांप्रदायिक उन्माद फैलाकर हिंदू-मुस्लिम करने में लगे हुए थे. जब हिंदू-मुस्लिम करने में असफल हुए तो झारखंडी समुदायों को आपस में लड़ाने में लगे हुए हैं. लेकिन इनलोगों के मनसूबों को कभी भी कामयाब नहीं होने दिया जाएगा. छोटानागपुर को मणिपुर नहीं बनने दिया जाएगा.
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