Chandil (Dilip Kumar) : झारखंड के महानिदेशक एवं पुलिस महानिरीक्षक के निर्देशानुसार पुलिस उप महानिरीक्षक, अपराध अनुसंधान विभाग और सरायकेला-खरसावां जिला के पुलिस अधीक्षक के नेतृत्व में जन शिकायत समाधान कार्यक्रम का आयोजन किया गया. टाउन हॉल, सरायकेला में आयोजित जन शिकायत समाधान कार्यक्रम में बतौर मुख्य अतिथि सीआईडी की डीआईजी संध्या रानी महतो उपस्थित थीं. मौके पर जिले के विभिन्न थानों से आए लोगों की समस्या, शिकायत और सुझाव संबंधी आवेदनों पर विधि सम्मत अग्रेत्तर कार्रवाई की प्रक्रिया शुरू की गई. पुलिस और जनता के बीच सीधा संवाद स्थापित करने के उद्देश्य से आयोजित यह कार्यक्रम एक माध्यम बना, जिससे दोनों के बीच बनी दूरी को कम किया जा सके और आम लोगों की समस्याओं का समाधान त्वरीत गति से किया जा सके.
हेल्पलाइन नंबर 112 और 1930 का उपयोग करें जनता : डीआईजी
कार्यक्रम को संबोधित करतीं हुईं सीआईडी की डीआईजी संध्या रानी महतो ने कहा कि जनता और पुलिस के बीच आपसी सामंजस्य का होना आवश्यक है. दोनों के बीच संवादहीनता नहीं होनी चाहिए. पुलिसिंग का कार्य जनता के सहयोग के बिना संभव नहीं है और सफल नहीं हो सकता है. अमन-चैन के लिए जनता का सार्थक सहयोग आवश्यक है. उन्होंने कहा कि जनता पुलिस के बीच आए और अपनी समस्याओं से अवगत कराएं, ताकि उसका समाधान किया जा सके. उन्होंने लोगों से अपील करते हुए कहा कि लोग जरूरत के अनुसार हेल्पलाइन नंबर 112 और 1930 का अधिक से अधिक उपयोग करें.
अनुमंडल स्तर तक आयोजित होंगे कार्यक्रम : एसपी
सरायकेला-खरसावां जिले के पुलिस अधीक्षक मुकेश कुमार लुणायत ने कार्यक्रम की जानकारी देते हुए कहा कि इस प्रकार का कार्यक्रम आम जनता को केंद्रित कर आयोजित किया गया है. आयोजन में जनता की भागीदारी देखकर इसे अनुमंडल स्तर पर आयोजित करने की पहल की जाएगी, ताकि सुदूरवर्ती गांव की जनता भी अपनी समस्या या शिकायत लेकर कार्यक्रम में शामिल हो सके. उन्होंने कहा कि भविष्य में इसे और अधिक प्रभावी बनाया जाएगा. इस प्रकार के कार्यक्रमों से पुलिस और जनता के बीच आपसी तालमेल और पारदर्शिता बढ़ती है. उन्होंने कहा कि जनता से मिले समस्या, शिकायत और सुझावों पर आवश्यक कार्रवाई की जाएगी.
बातों को रखने के लिए अलग-अलग लगा था टेबल
जन शिकायत समाधान कार्यक्रम के तहत सरायकेला-खरसावां जिले के अलग-अलग थाना और ओपी के लिए अलग-अलग टेबल लगाया गया था, जहां लोग अपनी बातों को रख रहे थे. संबंधित टेबल पर जाकर लोगों ने समस्या, शिकायत व सुझाव दर्ज कराया. कार्यक्रम में जनता की भागीदारी भी संतोषजनक रही. कार्यक्रम में पहुंचे लोगों ने कार्यक्रम के आयोजन की सराहना किया और जनसमस्याओं के निराकरण के लिए भविष्य में भी इस प्रकार के कार्यक्रम आयोजित करने की अपील की. लोगों के कहा कि इस प्रकार के कार्यक्रम में लोग अपनी और अपने क्षेत्र की समस्याओं को सीधे संबंधित पदाधिकारी तक पहुंचा सकते हैं.
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