Search

विपक्ष साथ दे तो DVC पर कसी जा सकती है नकेल- हेमंत सोरेन

Ranchi: विधानसभा में कार्यस्थगन की कार्यवाही के दौरान इरफान अंसारी, अमर यादव और उमाशंकर अकेला ने डीवीसी को लेकर सवाल उठाया. विधायकों ने आरोप लगाया कि डीवीसी उनके विधानसभा क्षेत्र में मनमानी करता है. किसी जनप्रतिनिधि की बात नहीं सुनी जाती है. जो भी बिजली का उत्पादन होता है उसे मुनाफे के लिये बेच दिया जाता है. उनके हिस्से में सिर्फ और सिर्फ प्रदूषण आता है.

विधायक इरफान ने भी जतायी नाराजगी

इरफान अंसारी ने कहा कि उनका विधानसभा क्षेत्र डीवीसी के मनमानी से त्रस्त है. कोई भी अधिकारी उनकी नहीं सुनता हैं. साथ ही बहुत ही भयावह स्थिति क्षेत्र में डीवीसी की वजह से उत्पन्न हो गयी है. शुरुआत में विधायकों के सवालों का जवाब प्रभारी मंत्री चंपई सोरेन ने दिया. लेकिन जब सदन में डीवीसी को लेकर हंगामा होने लगा, तो खुद मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन खड़े हुए और विधायकों के सवाल का जवाब दिया. इसे भी पढ़ें- रेवड़ियों">https://lagatar.in/why-chief-minister-ashirwad-yojana-was-closed-agriculture-minister-gave-the-reason/35251/">रेवड़ियों

की तरह बंटा था ‘आशीर्वाद’ इसलिए हेमंत सरकार ने कर दिया बंद

डीवीसी से पूरा राज्य त्रस्त- सीएम

मुख्यमंत्री ने कहा कि वाकई डीवीसी की वजह से पूरा राज्य त्रस्त है. डीवीसी केंद्र सरकार का एक उपक्रम है. ऐसा नहीं है कि डीवीसी की मनमानी पर नकेल नहीं लगायी जा सकती. लेकिन इस काम में विपक्ष की सहमति बहुत ही जरूरी है. अगर विपक्ष का साथ मिले तो डीवीसी पर बड़ी कार्रवाई हो सकती है. लेकिन निर्णय सर्वसम्मति से लिया जाना चाहिए. उन्होंने विपक्ष की ओर इशारा करते हुए कहा कि विपक्ष भी इस काम में साथ दे. हेमंत ने यह भी कहा कि डीवीसी राज्य का करोड़ों रुपए बिजली भुगतान के नाम पर काट चुका है. डीवीसी राज्य हित के लिए नहीं बल्कि अपनी मोनोपोली पर काम करता है. सिर्फ मुनाफा ही उनका एकमात्र विजन है. उन्होंने फिर दोहराया कि डीवीसी पर नकेल कसना कोई बहुत बड़ी बात नहीं है. लेकिन इस काम के लिए उन्हें विपक्ष का साथ चाहिए. इसके बाद मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन सदन सदन से उठकर चले गये. लेकिन इस मामले पर बीजेपी की तरफ से किसी विधायक ने किसी तरह की कोई आपत्ति या टिप्पणी नहीं की. इसे भी देखें-  
Follow us on WhatsApp