LagatarDesk : चीन के सबसे अमीर व्यक्ति और दुनिया के जाने-माने बिजनेस मैन पर चीन सरकार ने जुर्माना लगाया है. चीन सरकार ने अलीबाबा">https://www.alibaba.com/?src=sem_ggl&cmpgn=433421470&adgrp=32312811190&fditm=&tgt=kwd-7166233247&locintrst=&locphyscl=9300940&mtchtyp=b&ntwrk=g&device=c&dvcmdl=&creative=116129564950&plcmnt=&plcmntcat=&p1=&p2=&aceid=&position=&gclid=EAIaIQobChMIgPL9jKnz7wIVGH8rCh1OXQeHEAAYASAAEgLluvD_BwE">अलीबाबा
कंपनी पर पर 2.78 अरब डॉलर का जुर्माना लगाया है. कंपनी पर सरकार का आरोप है कि जैक मा की कंपनी अलीबाबा ने एकाधिकार विरोधी नियमों का उल्लंघन किया है.
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जैक मा पर यह अबतक की सबसे बड़ी कार्रवाई
कंपनी ने बाजार में अपनी बड़ी साख का दुरुपयोग किया है. पिछले साल नवंबर में जैक मा ने चीनी सरकार की नीतियों की आलोचना की थी. इसके बाद से ही लगातार">https://english.lagatar.in/">लगातार
उन पर कार्रवाई हो रही है. इससे पहले जैक मा को कई महीनों तक गायब रहना पड़ा था. अलीबाबा पर चीनी सरकार की अबतक की सबसे बड़ी कार्रवाई है.
जुर्माना कंपनी के टोटल रेवेन्यु का 4 फीसदी
जैक मा की कंपनी पर 2.78 अरब डॉलर का लगाया गया जुर्माना 2009 में अलीबाबा के टोटल रेवन्यु के 4 फीसदी हिस्से के बराबर है. इससे पहले पिछले साल अक्टूबर में दैक मा ने चीन सरकार की आलोचना की थी. जिसके बाद वो कुछ महीनों के लिए अंडरग्राउंड हो गये थे. जैक मा ने तब सिस्टम सुधारों की वकालत की थी. चीन की कंयुनिस्ट सरकार ने कंपनी एंट ग्रुप का 37 अरब डॉलर के आईपीओ निलंबित कर दिया था.
1999 में अलिबाबा की हुई थी स्थापना
मा की कंपनी अलीबाबा की स्थापना 1999 में की हुई थी. तब कंपनी खुदरा व्यापार, बिजनेस टू बिजनेस और कंज्यूमर टू कंज्यूमर प्लेटफार्म में इनवेस्टमेंट करती थी. लेकिन बाद में कंपनी ने फिल्म फाइनेंशियल सर्विसेज में भी निवेश करना शुरू कर दिया.
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