पीपीई किट खरीदारी घोटाले की जांच करेगी सीआईडी
जांच में हुई पुलिस की संलिप्तता की पुष्टि
जानकारी के अनुसार, एसआईटी की जांच में कोयला माफिया से पुलिस के संबंधों की पुष्टि हो चुकी है. एसआईटी को जांच में इस बात की जानकारी मिली थी कि तत्कालीन बालूमाथ एसडीपीओ रणवीर सिंह, बालूमाथ थाना प्रभारी राजेश मंडल, पूर्व थाना प्रभारी सुभाष पासवान और एसडीपीओ के रीडर राहुल कुमार का संरक्षण कोयला कारोबारियों को था. राजेश मंडल ने पूछताछ में स्वीकार किया है कि कोयला के अवैध कारोबार में लगे माफिया पहले कोयला लोड ट्रक का नंबर मैसेज एवं व्हाट्सएप से राजेश मंडल और राहुल के जरिया एसडीपीओ के पास भेजते थे. एसडीपीओ से अनुमति मिलने के बाद इन ट्रकों में कोयला लोड कर एसआइएसएफ, सीसीएल के सिक्योरिटी गार्ड और चेक पोस्ट पर तैनात कर्मियों की मिलीभगत से वहां से निकल जाते थे. इसे भी पढ़ें- अल्पसंख्यक">https://lagatar.in/cid-will-investigate-minority-scholarship-scam/4617/">अल्पसंख्यकछात्रवृत्ति घोटाला की जांच करेगी सीआईडी
क्या है मामला
जानकारी के मुताबिक, बालूमाथ से लगातार कोयला तस्करी की शिकायतें मिल रही थीं. एसपी ने छापेमारी कर कोयला लदे ट्रकों को जब्त किया था. छापेमारी के बाद जब कोयला बरामद हुआ, तब जांच में यह बात सामने आई कि कोयला तस्कर प्रति ट्रक डीएसपी और इंस्पेक्टर को पैसे देते हैं. लाखों रुपये का भुगतान कोयला तस्करों के द्वारा किया जा चुका है. मामला सामने आने के बाद एसपी प्रशांत आनंद ने डीएसपी के क्राइम रीडर को पूछताछ के लिए बुलाया. पूछताछ में डीएसपी के रीडर ने कोयला तस्करों से मिलीभगत की बात स्वीकार की थी. रीडर के मोबाइल फोन में कोयला तस्करों से बातचीत की रिकॉर्डिंग भी थी. ऐसे में एसपी ने रीडर के मोबाइल फोन को भी जब्त कर लिया. वहीं जांच में डीएसपी और इंस्पेक्टर की भूमिका को लेकर कई तथ्य भी सामने आये. इसके बाद एसपी ने सबूतों के साथ पूरी रिपोर्ट डीजीपी को भेज दी थी. इसे भी पढ़ें- गिरीडीह:">https://lagatar.in/giridih-cid-is-investigating-mobile-video-in-the-famous-suspected-suicide-case/9624/">गिरीडीह:चर्चित संदिग्ध आत्महत्या मामले में CID करा रही है मोबाइल के वीडियो की जांच