Basant Munda
Ranchi : मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने गुरुवार को सिरम टोली स्थित केंद्रीय सरना स्थल के सौंदर्यीकरण कार्य का शुभारंभ किया. 4 करोड़ 98 लाख की लागत से इस स्थल को सौंदर्यीकृत किया जायेगा. 4 तल्ला भवन, चहारदीवारी, भव्य गेट, विद्युत टावर, गार्ड रूम आदि का निर्माण किया जाना है. इस अवसर पर मंत्री चंपई सोरेन, विधायक सीपी सिंह मौजूद थे. मौके पर मुख्यमंत्री ने कहा कि सरकार आने वाली पीढ़ियों के लिए ऐतिहासिक स्थल को बचाने का काम करेगी. आदिवासी समाज इस भौतिक युग में जरूर पीछे है, लेकिन आदिवासी संस्कृति को बचाने में कहीं पीछे नहीं रहा है. आदिवासी समाज प्रकृति पूजक है. विकास मुखी योजना का सामंजस्य बनाये रखना है, तभी आदिवासी समाज बच सकता है. जनजातियों की धार्मिक जमीन सरना, मसना आदि को बचाने के लिए सरकार लोगों से आवेदन मांगेगी.
सीएम ने केंद्रीय सरना स्थल में पहले पूजा- अर्चना की
इससे पहले सौंदर्यीकरण योजना का शिलान्यास करने आए सीएम का परांपरागत तरीके से स्वागत किया गया. मुख्यमंत्री को पारंपरिक वेशभूषा ढोल, नगाड़ा के साथ सखुआ पत्तल की टोपी और सखुआ का माला पहनाकर जोरदार तरीके से स्वागत किया गया. मुख्यमंत्री ने सरना स्थल में नमन कर आशीर्वाद लिया. आदिवासी रीति-रिवाज के साथ पाहनों द्वारा सरना स्थल में पारंपरिक पूजा पाठ के साथ कार्यक्रम शुरू किया गया. मुख्यमंत्री ने दोपहर करीब दो बजे भूमि पूजन के बाद शिलापट्ट का अनावरण गया. रांची में यह पहला सरना स्थल है, जहां पारंपरिक कला संस्कृति भवन का निर्माण किया जाना है. योजना का मुख्य उद्देश्य झारखंड में जनजातीय संस्कृति से संबंधित सरना स्थल / जाहेर स्थान आदि का संपूर्ण संरक्षण एवं विकास करना है.
धार्मिक जमीन को बचाने के लिए कड़ा कानून बनाये सरकार
केंद्रीय सरना समिति के अध्यक्ष अजय तिर्की ने कहा कि सरना समिति आदिवासी समाज को विकास एवं उत्थान के लिए काम कर रही है. उन्होंने आदिवासियों की सामाजिक- धार्मिक जमीन को संरक्षित करने के लिए कड़ा कानून बनाने की सरकार से गुजारिश की. समारोह में अनुसूचित जनजाति/ अनुसूचित जाति एवं पिछड़ा वर्ग के मंत्री चंपई सोरेन, रांची विधायक सीपी सिंह, खिजरी विधायक राजेश कच्छप, वार्ड पार्षद जसमीन कूजूर, लोक कलाकार पदमश्री मुकुंद नायक, अजय तिर्की, संतोष तिर्की, किशोर लोहरा, राहुल तिर्की, अजीत उरांव समेत हजारों लोग मौजूद थे.
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