Ranchi: अंतरराष्ट्रीय महिला दिवस के अवसर पर मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन सभी महिलाओं को बधाई और शुभकामनाएं दी. उन्होंने कहा है कि जिस लक्ष्य और संकल्प के साथ महिलाएं आगे बढ़ना चाहती हैं, उस ओर लगातार बढ़ती रहें. झारखंड सरकार भी महिलाओं के स्वावलंबन और सशक्तिकरण के हर दिशा में काम कर रही है.
महिला दिवस के उपलक्ष्य में रांची में आयोजित एक कार्यक्रम के दौरान उक्त बातें मुख्यमंत्री ने कहीं. बीते दिनों स्टेकहोल्डर्स मीट के लिए नई दिल्ली दौरे का जिक्र करते हुए हेमंत सोरेन ने कहा कि राज्य की महिलाएं बहुत हुनरमंद हैं. कार्यक्रम में निवेशकों से बातचीत के दौरान उन्होंने जो बंडी मैंने पहनी थी, उसे हमारे राज्य की महिलाओं ने बनाया है. मुख्यमंत्री राज्य के दुमका में संचालित मयूराक्षी सिल्क से तैयार बंडी का जिक्र कर रहे थे. यह बंडी उनके दुमका दौरे के दौरान उन्हें वहां की महिलाओं ने भेंट की थी.
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फूलो-झानो आशीर्वाद अभियान योजना से मिल रहा लाभ
हेमंत सोरेन ने कहा कि सरकार राज्य की महिलाओं को आत्म निर्भर बनाने के लिए प्रतिबद्ध है. न सिर्फ राज्य की महिलाओं के कौशल विकास पर कार्य किया जा रहा है, अपितु उनके लिए स्वरोजगार के रास्ते प्रशस्त किए जा रहे हैं. फूलो-झानो आशीर्वाद अभियान के जरिए पिछले 4 महीने में करीब 15,063 महिलाओं को जोड़ा गया है. अब वे हड़िया दारू को बेचना छोड़कर सम्मान के साथ रोजगार के दूसरे साधनों से जुड़ी हैं.
इस दौरान सीएम ने खूंटी की रीना देवी, गिरिडीह की अनीता मरांडी, चंद्रकला देवी, लातेहार की ममता देवी, गढ़वा की शोभा देवी, पलामू की फगुनी देवी जैसी महिलाओं का भी जिक्र किया,जो योजना का लाभ उठाकर सम्मानजनक जीवन जी रही है.
CM ने कहा- 111 महिला प्रशिक्षु नर्सों को नियुक्ति पत्र मिला है
उन्होंने कहा कि राज्य के गरीब, पिछड़ा, अत्यंत पिछड़ा, अनुसूचित जाति, अनुसूचित जनजाति वर्ग की बेटियों को कुशल बनाने के लिए सरकार एवं पैन आईआईटी फाउंडेशन की संयुक्त पहल पर प्रेझा फाउंडेशन का गठन किया गया. राज्यभर में 6 एएनएम नर्सिंग कॉलेजों का संचालन राज्य के विभिन्न जिलों में किया जा रहा है. 28 कल्याण गुरुकुल का भी संचालन किया जा रहा है. हाल ही में रांची जिलान्तर्गत चान्हो एएनएम नर्सिंग कॉलेज से पास आउट हुईं 111 महिला प्रशिक्षु नर्सों को नियुक्ति पत्र दिया गया है.
किशोरी रेस्क्यू ऑपरेशन की मॉनिटरिंग खुद करते हैं
सरकार के प्रयासों से लगातार मानव तस्करी की शिकार किशोरियों-युवतियों को देश के अलग-अलग हिस्सों से छुड़ा कर वापस झारखंड लाया गया. उन्होंने कहा कि राज्य के इतिहास में अपने किस्म का पहला ऑपरेशन है, जिसकी मॉनिटरिंग वे खुद अपने स्तर से करते हैं. मुख्यमंत्री ने कहा है कि एक स्वस्थ समाज या राज्य की परिकल्पना तभी सफल हो पाएगी, जब राज्य की महिलाएं स्वस्थ होंगी.
उन्होंने कहा कि महिलाओं और किशोरियों के कुपोषण और एनीमिया को दूर करने के लिए सामर अभियान की शुरुआत हो रही है. इस अभियान को 1000 दिनों तक चलाने का लक्ष्य रखा गया है. 2021-22 के बजट में भी राज्य की महिलाओं के लिए कई घोषणाएं की हैं. इनमें सखी मंडलों के लिए 449 करोड़ रुपये की चक्रीय निधि, सामुदायिक निवेश निधि तथा 546 करोड़ रुपये का क्रेडिट लिंकेज उपलब्ध कराने की घोषणा, आंगनबाड़ी केंद्रों के लिए 500 करोड़ रुपये का बजट और बाड़ी योजना के लिए 250 करोड़ का प्रावधान शामिल हैं.
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