- झारखंड नागर सिविल सोसाइटी फोरम ने मंत्री रामेश्वर उरांव से की मांग
- मनरेगा योजनाओं का सामाजिक अंकेक्षण मजदूर हित में जारी रखने की मांग
- बोले मंत्री डॉ रामेश्वर उरांव, सामाजिक अंकेक्षण मनरेगा की आत्मा
Ranchi: झारखंड नागर सिविल सोसाइटी के प्रतिनिधियों ने वित्त मंत्री रामेश्वर उरांव से उनके आवास पर मुलाकात की. जिसमें उन्होंने मनरेगा के सामाजिक अंकेक्षण को और पुख्ता और मजदूर हित में जारी रखने की मांग की. साथ ही इसे और भी सशक्त बनाया जाये इसके लिए मंत्री को ज्ञापन सौंपा. प्रतिनिधि मंडल में बलराम, भूषण भगत, विश्वनाथ, प्रेम शंकर, माधव दास, विवेक रॉय, धनंजय कुमार शामिल थे.
मनरेगा में सोशल ऑडिट को मजबूत करने की जरूरत
बातचीत के दौरान मंत्री डॉ रामेश्वर उरांव ने लॉकडाउन से प्रभावित जनजीवन और आजीविका को सुदृढ़ करने की दिशा में मनरेगा के कार्यक्रमों की सराहना की. मंत्री ने प्रतिनिधिमंडल को आश्वस्त किया की वह इस दिशा में बातचीत को आगे बढ़ाएंगे. साथ ही निश्चित तौर पर सामाजिक अंकेक्षण को और बेहतर करने का प्रयास करेंगे.
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सामाजिक अंकेक्षण मनरेगा की आत्मा
मंत्री रामेश्वर उरांव ने सिविल सोसाइटी संस्थाओं के साथ बैठक करने की बात कही. साथ ही उन्हें आश्वस्त किया कि झारखंड के मजदूरों एवं किसानों की हित के लिए योजनाओं का क्रियान्वयन किया जाएगा. मंत्री ने कहा कि भ्रष्टाचार और अनियमितताओं को कतई बर्दाश्त नहीं किया जाएगा. रामेश्वर उरांव ने सामाजिक अंकेक्षण को बेहतर करने के लिए झारखंड नागर समाज को सहयोग करने का आश्वासन दिया.
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अनियमितताओं को कतई बर्दाश्त नहीं किया जाएगा
मौके पर सामाजिक कार्यकर्ता बलराम ने मनरेगा एवं सामाजिक अंकेक्षण के महत्व और आज की परिस्थिति में इसकी आवश्यकता पर प्रकाश डाला. इस दौरान भूषण भगत ने कहा कि कुछ ऐसे असामाजिक, भ्रष्ट और बिचौलिये लोग एकजुट हो गए हैं जो मनरेगा जैसी योजना को खराब कर रहे हैं. ऐसे लोग सामाजिक अंकेक्षण की प्रक्रिया को कमजोर करना चाहते हैं. उन्होंने कहा कि उनके मंसूबों को किसी भी हालत में सफल नहीं होने दिया जाएगा.
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