Jamsedpur: सगी बेटी ने पैसे हड़प कर घर से निकाल दिया. दामाद ने भी इसमें साथ दिया. अब दर-दर की ठोकरें खाने को मजबूर हैं. बिरसानगर के बुजुर्ग भास्कर गुहा पूर्व विधायक कुणाल षाडंगी के सामने अपनी पीड़ा सुनाते रो पड़ते हैं. षाडंगी ने उनकी पीड़ा को पुलिस मुख्यालय एवं डीसी को ट्वीट कर बताते हुए न्याय दिलाने का अनुरोध किया है. प्रशासन की ओर से उचित कार्रवाई का भरोसा दिलाया गया है तथा इससे संबंधित निर्देश भी दिये गये हैं. अब उम्मीद की जा सकती है कि प्रशासन की त्वरित पहल से बुजुर्ग को न्याय मिलेगा.
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बिरसानगर निवासी व अवकाश प्राप्त कर्मचारी भास्कर कुमार गुहा की दो बेटियां हैं और दोनों बिरसानगर में ही रहतीं हैं, लेकिन लाचार और बुजुर्ग पिता दर-दर की ठोकर खाने को विवश हैं. भास्कर गुहा के पास सिर छुपाने की जगह तक नहीं है. उनका दिन टेल्को के एक पार्क में और रात टेल्को राम मंदिर के पास स्थित बस स्टैंड में गुजरती है. स्थानीय लोग कभी उनके लिए खाने की व्यवस्था कर देते हैं, तो कभी भूखे पेट ही सो जाना पड़ता है.
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अपनी व्यथा सुनाते हुए श्री गुहा ने कहा कि उन्होंने स्थानीय प्रतिष्ठित कंपनी में सेवा दी. पूरा जीवन यहीं गुजारा, लेकिन आज जो परिस्थिति मेरे साथ बनी है उसे बयां करने और मदद मांगने में शर्म महसूस होती है. उन्होंने कहा कि उनके पास 4 कट्ठा जमीन थी, जो उन्होंने अपनी बेटी की सास से खरीदी थी. इसके अलावा दामाद को साढ़े तीन लाख का बैंक ड्राफ्ट भी दिया था. इसका सबूत बैंक से मिल जायेगा. लेकिन सारे पैसे और जमीन हड़पने के बाद बेटी और दामाद ने मिलकर उन्हें घर से निकाल दिया. जिसके बाद से बेघर भटकने को मजबूर हैं.
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षाड़ंगी के ट्वीट के बाद पुलिस महानिदेशक के निर्देश पर पुलिस मुख्यालय ने पूर्वी सिंहभूम जिला उपायुक्त और वरीय पुलिस अधीक्षक को आवश्यक कार्रवाई सुनिश्चित करने के लिए कहा है. फिलहाल भास्कर गुहा को डीसी निर्देश पर बर्मामाइंस शेल्टर होम के प्रतिनिधि अहमद रजा अवं उनके सहयोगी बर्मामाइंस आश्रय गृह ले गये जहां उनके रहने की तत्कालिक व्यवस्था की गयी है. भास्कर गुहा की पीड़ा को बिरसानगर निवासी गौतम ओझा ने पूर्व विधायक कुणाल षाड़ंगी के संज्ञान में लाकर आवश्यक सहयोग का आग्रह किया था.
बुजुर्ग भास्कर कुमार गुहा जी को इनके बच्चों ने घर से निकाल लिया है। वे दर दर की ठोकर खाने को मजबूर हैं। कड़कड़ाती ठंड में रात गुज़ारने के लिए जगह नहीं है। @DCEastSinghbhum से आग्रह की इन्हें किसी सुरक्षित जगह/ shelter home में रखवाने की व्यवस्था हो। संपर्क 9204577314 ( गौतम ) pic.twitter.com/oGaFGT0JAd
— Kunal Sarangi (@KunalSarangi) December 24, 2020