: प्रधानमंत्री के “परीक्षा पर चर्चा” कार्यक्रम में 50 से अधिक स्कूलों में अभिभावक व छात्र हुए शामिल
देश का संविधान ही सर्वोच्च कानून- आयुक्त
आयुक्त ने कहा कि भारत आजाद होने के पश्चात तत्कालीन परिस्थितियों एवं आवश्यकताओं के अनुरूप देश के लिए बेहतरीन संविधान बनाया गया. हम जानते हैं कि देश संविधान ही सर्वोच्च कानून है. उन्होंने कहा कि कोई भी संविधान तभी ही बेहतरीन होता है, जब उसे पालन करने वाले लोग भी उतने ही बेहतरीन हो. 26 जनवरी 1950 को देश में संविधान लागू हुआ था, जिससे भारत राजतंत्र से निकल कर एक लोकतांत्रिक गणराज्य के रूप में स्थापित हुआ, जिसे हम गणतंत्र दिवस के रूप में मानते हैं. संविधान में वह सभी प्रावधान रखने का प्रयास किया गया है, जिससे सामाजिक, आर्थिक, राजनीतिक एवं शैक्षणिक असमानता दूर हो सके तथा समाज में समरसता भी बनी रहे. भारत के नागरिकों का गरिमा पूर्ण जीवन व्यतीत हो इसके लिए संविधान की प्रस्तावना में मूलभूत नागरिक आवश्यकताओं को समाहित किया गया है.alt="" width="600" height="360" />
सामाजिक बुराइयों को करें दूर- आयुक्त
आयुक्त ने समाज में होने वाली बुराइयों जैसे दहेज प्रथा, डायन प्रथा, महिलाओं पर अत्याचार एवं शोषण, नशापान व अंधविश्वास का जिक्र करते हुए कहा कि यह एक सभ्य समाज की पहचान नहीं है. इन गंभीर समस्याओं की रोकथाम के लिए समाज को आगे आकर प्रशासन का सहयोग लेना चाहिए. आमलोगों से आयुक्त ने अपील की कि सर्पदंश एवं बीमार पड़ने पर झाड़-फूंक ना करा कर निकटतम चिकित्सालय में परामर्श करें. आयुक्त ने उत्तरी छोटानागपुर के समस्त जिला प्रशासन को सरकार की तरफ से मिलने वाली नागरिक सेवाओं यथा प्रमाण पत्र, ड्राइविंग लाइसेंस निर्गत करने, नक्शा पारित, बिजली बिल प्राप्त करने संबंधित समस्याओं पर संवेदनशील होकर निपटारा करने का अपेक्षा की. साथ ही उन्होंने महिलाओं एवं बालिकाओं की प्रशंसा करते हुए कहा कि सभी क्षेत्र में आज महिलाएं आगे बढ़ रही है, यह एक सुखद अनुभूति है. उन्होंने कहा कि आने वाले वर्षों में महिलाओं एवं बालिकाओं के अनुकूल वातावरण का निर्माण होगा, जिससे वह भयमुक्त होकर कहीं भी आ जा सकेंगी तथा कार्य कर विकास में अलग कीर्तिमान स्थापित करेंगी. इसे भी पढ़ें: होटल">https://lagatar.in/hotel-owner-presented-an-example-of-honesty-all-round-discussion/">होटलमालिक ने पेश की ईमानदारी की मिसाल, चहुंओर चर्चा
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पुलिसकर्मी सम्मानित, सर्वश्रेष्ठ झांकियों को पुरस्कार
कार्यक्रम के दौरान शहीद परिवार के आश्रितों, परेड में शामिल सभी टुकड़ियों, जवानों तथा छात्र-छात्राओं को उत्कृष्ट प्रदर्शन के लिए सम्मानित किया गया. राज्य सरकार के विभिन्न विभागों (पेयजल एवं स्वच्छता विभाग, शिक्षा विभाग, जिला ग्रामीण विकास अभिकरण विभाग, ग्रामीण विकास विभाग, सूचना एवं जनसंपर्क विभाग, पकरी बरवाडीह कोल माइनिंग प्रोजेक्ट एवं केंद्रीय रिजर्व पुलिस बल) की ओर से मनमोहक झांकियां प्रस्तुत की गईं. इसमें से प्रथम पुरस्कार केंद्रीय रिजर्व पुलिस बल, द्वितीय पुरस्कार ग्रामीण विकास विभाग एवं तृतीय पुरस्कार से डीआरडीए विभाग को नवाजा गया. मौके पर उपायुक्त हजारीबाग नैंसी सहाय, पुलिस अधीक्षक मनोज रतन चौथे, उप विकास आयुक्त प्रेरणा दीक्षित, अनुमंडल पदाधिकारी सदर विद्याभूषण कुमार, आयुक्त के सचिव रवि राज शर्मा समेत कई गणमान्य लोग उपस्थित थे.alt="" width="600" height="300" />