Deoghar: जिले में बन रही सत्संग ओवरब्रिज लोगों के लिए परेशानी का सबब बन चुका है. आए दिन यहां दुर्घटनाएं होती रहती हैं. तकरीबन 4 वर्ष पहले इस पुल के निर्माण की कवायद शुरू की गई. लेकिन अभी तक लंबित ही पड़ी हैं. पुल बनना शुरू हुआ तो कईयों के घर और दुकान भी विभाग को तोड़ने पड़े. लेकिन विभाग द्वारा तोड़े गए मकान मालिकों को या फिर दुकानदारों को अभी तक मुआवजे की राशि नहीं दी गई है. इस सवाल के जवाब की तलाश में लगातार के संवाददाता ने कोशिश की तो हकीकत सामने आई. पुल का निर्माण करा रहे इंजीनियर साहब कार्यालय से नदारद दिखे. लेकिन कार्यालय में मौजूद अन्य अधिकारियों ने उनके फोन नंबर संवाददाता को उपलब्ध करा दिया. उस फोन नंबर पर इंजीनियर साहब से संपर्क साधा गया. लेकिन उन्होंने फोन उठाया ही नहीं.
इसे भी पढ़ें- दुबई">https://english.lagatar.in/17-more-laborers-from-jharkhand-stranded-in-dubai-pleading-for-return-to-their-homeland-on-social-media/47414/">दुबई
में फंसे झारखंड के 17 और मजदूर, सोशल मीडिया पर वतन वापसी की लगाई गुहार
मुआवजा राशि को लेकर लोगों में नाराजगी
आप अंदाजा लगा सकते हैं कि एक दुकानदार ने बताया जिस दर पर विभाग से मुआवजा देने की बात हुई थी, उस पर वह मुकर गया. लिहाजा दुकानदार ने राशि लेने से इनकार कर दिया. दूसरे दुकानदार की माने तो दिनभर धूल से परेशान रहते हैं. अभी तक जिस हिसाब से पैसे देने की बात विभाग से कही गई थी, उस आश्वासन पर विभाग पैसा नहीं दे रहा है. इसलिए लोगों ने मुआवजे का पैसा लेने से इनकार कर दिया.
इसे भी पढ़ें- धनबाद">https://english.lagatar.in/corona-patients-will-also-be-admitted-to-private-hospitals-in-dhanbad-from-april-11/47428/">धनबाद
में 11 अप्रैल से निजी अस्पतालों में भी भर्ती हो सकेंगे कोरोना के मरीज
इसे भी देख लें-
Leave a Comment