DEOGHAR : देवघर जिले के मोहनपुर प्रखंड के तुमबावेल पंचायत में भ्रष्टाचार अपनी चरम सिमा पार कर चुका है. पंचायत के बसबूटीया गांव के तकरीबन सैकड़ों लोग आज भी आवास से वंचित है. पंचायत में लोगों को पीएम आवास मिलने के बाद भी झोपड़ी में रहने को मजबूर है.
इसे भी पढ़ें –बूटी मोड़ में भिड़ी 2 बसें और तेल का टैंकर, कई घायल
झोपड़ी में रहने को लोग मजबूर
हमारे रिपोर्टर जब गांव पहुंचे तो लोगों के जीवन यापन को देखकर चकित रह गये, लोग फुस की झोपडी में रहने को मजबूर है, जब रिपोर्टर ने गांव के लोगों से बात कि तो लोगों ने बताया कि आवास के लिए सूची में नाम आने के बाद भी उन्हे मकान नहीं मिल पाया है. कारण पूछने पर पता चला कि गांव के मुखिया बिना पैसा लिये आवास बनाने के लिए मिला पैसा नहीं देते. लोगों ने बताया कि उनके पास इतना पैसा नहीं है कि वो मुखिया को दे सके. इसलिए वो घास-फुस से बनी झोपड़ी में ही अपना गुजारा कर रहे है.
इसे भी पढ़ें –किसानों और सरकार के बीच कमेटी से हो सकेगा फैसला ? आज होगी अहम सुनवाई
1000 रूपये देने बाद मिला पशु शेड
मावेल पंचायत के विभिन्न योजनाओं में बहुत सारी गड़बड़ियां पायी जा रही है जैसे पशु शेड के लिए सरकार के द्वारा आये पैसे को भी मुखिया ने हजम कर लिया है. गरीब लोगों के साथ- साथ यहां के पशु भी मुखिया के भ्रष्टाचार से परेशान है. गर्मी, ठंडी और बरसात में पशु खुले में रहने को मजबूर है. और कुछ लोगों को मुखिया के द्वारा पशु शेड उपलब्ध कराया गया है उनसे भी 1000 रूपये रिश्वत के तौर पर लिया गया है.
इसे भी पढ़ें –राम मंदिर निर्माण में नहीं लगेगा विदेश और कॉरपोरेट का पैसा, जानें कितना कर सकते हैं सहयोग
मोहनपुर BDO ने मुखिया पर लगे आरोप को बताया बेबुनियाद
जब हमारे रिपोर्टर ने मोहनपुर BDO से बात कि तो BDO साहब ने तो मुखिया में लगे आरोप को बिना जांच के ही खारिच कर दिया. उन्होने कहा कि गांव का मुखिया अच्छा काम कर रहा है उसपर लगे सभी आरोप बेबुनियाद है. मगर गांव के लोगों के द्वारा यह आरोप लगाया जा रहा है तो वो उनकी जांच जरूर करवायेंगे .
इसे भी पढ़ें –दूसरी बार गुलाबी गेंद से टेस्ट मैच खेलने को तैयार टीम इंडिया, देखें दोनो टीमों की प्लेइंग 11