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झारखंड के 132 पर्यटन स्थलों की विकास योजनाओं कोरोना ने फेरा पानी, 72 हजार को मिलता रोजगार

Ranchi : झारखंड में पर्यटन की असीम संभावना है. प्रदेश में हर साल पर्यटकों की संख्या में इजाफा हो रहा था. विदेशी पर्यटक लगातार">https://lagatar.in/">लगातार

बढ़ रहे थे. 2016 से 2019 तक, बीते चार साल में झारखंड आनेवाले पर्यटकों की संख्या में दोगुना इजाफा देखने को मिला था. यह संख्या बढ़कर तकरीबन चार करोड़ तक पहुंच गई है. विदेशी सैलानियों की संख्या करीब 2 लाख तक पहुंच गई है. पर्यटन के क्षेत्र में झारखंड की पहचान अंतराष्ट्रीय स्तर पर बनी है. मगर कोरोना संक्रमण की वजह से वर्ष 2020 और 2021 में पर्यटक नहीं के बराबर आए. पर्यटन से जुड़े तकरीबन 75 हजार लोगों का रोजगार प्रभावित हो गया है. झारखंड सरकार बढ़ते पर्यटकों को देखते हुए, पर्यटन स्थलों को विकसित करने का निर्णय लिया है. जिसके तहत पर्यटन विभाग प्रदेश के 132 पर्यटन स्थलों को विकसित करने को लेकर कार्यवाई शुरू हुई. 72 हजार लोगों को रोजगार मिलता. मगर कोरोना संक्रमण ने पूरी योजना पर पानी फेर दिया. अभी पर्यटन स्थलों के विकास को लेकर ठोस कार्रवाई शुरू नहीं हो पायी है. प्रदेश में पर्यटन स्थलों का विकास चार श्रेणियों में किया जाएगा. जिसमें अंतराष्ट्रीय, राष्ट्रीय, राज्यस्तरीय और स्थानीय स्तर की श्रेणी में पर्यटन स्थलों का विकास कार्य होगा. पर्यटन स्थलों के विकास और पर्यटकों की सुविधा में बढ़ोत्तरी से क्षेत्र में रोजगार की संभावना भी बढ़ेगी. पिछले तीन साल में करीब 74.20 हजार लोग पर्यटन की वजह से रोजगार से जुड़े. सरकार ने वित्तीय वर्ष 2021-22 में 75 हजार लोगों को रोजगार उपलब्ध कराने का लक्ष्य निर्धारित किया है. पर्यटन स्थलों के विकास से पर्यटन और अतिथ्य के क्षेत्र में रोजगार की संभावना बढ़ेगी. इसे भी पढ़ें - कुख्यात">https://lagatar.in/notorious-criminal-sohail-murder-case-two-dozen-cases-registered-against-sohail-in-jharkhand-and-bengal/92297/">कुख्यात

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पर्यटन के 12 श्रेणियों में बांटकर होगा पर्यटन स्थलों का विकास कार्य

झारखंड सरकार ने पर्यटन को बढ़ावा देने के लिए पर्यटन नीति-2020 को लागू किया है. जिसके तहत प्रदेश के पर्यटन के विभिन्न 12 कैटेगरी में पर्यटन स्थलों को चिह्नित किया जाएगा. इसके तहत धार्मिक टूरिज्म, इको टूरिज्म, कल्चरल टूरिज्म, रुरल टूरिज्म, क्राफ्ट एंड क्यूजिन टूरिज्म, एडवेंचर टूरिज्म, वीकेंड गेटवेज, फिल्म टूरिज्म, वाटर स्पोर्ट्स एंड रिक्रिएशन पार्क, वेलनेस टूरिज्म और माइनिंग टूरिज्म शामिल है.

प्रदेश के 132 पर्यटन स्थल, किन चार श्रेणियों में होगा पर्यटन स्थल का विकास

 
जिला 1A categoryअंतर्राष्ट्रीय महत्व का 2B category राष्ट्रीय महत्व का 3C category राज्य स्तरीय महत्व का 4D category स्थानीय महत्व का
रांची 1.दशम फॉल, हुडरू फॉल, जोन्हा फॉल, दिउड़ी मंदिर और बिरसा जैविक उद्यान 2.मैस्लुस्कीगंज, गेतलसूद डैम, जगन्नाथ मंदिर और पतरातू घाटी 3.बायो डायवर्सिटी पार्क, सीता जलप्रपात, हटिया डैम, कांके डैम, टेगोर हिल और साईं मंदिर (लतरातू) 4.रॉक गार्डन और क्रोकोडाइल पार्क (ओरमांझी)
देवघर 1.बैद्यनाथ धाम, त्रिकुट पहाड़ और रिखिया धाम 2.नौलखा मंदिर, नंदन पहाड़ और तपोवन 3.पगला बाबा 4.हरलाजोड़ी मंदिर, पथरौल काली मंदिर और अजय बराज सिकटिया
साहेबगंज 1.ऊधवा पक्षी विहार 2.कन्हैया स्थान, मानसिंह दलान (राजमहल) और शिवगादी धाम 3.जामी मस्जिद, फॉसिल पार्क, मिर्जा चौकी और गंगाघाट (राजमहल) 4.मोती झरना  
दुमका 1.वासुकीनाथ धाम, मलुटी मंदिर और मसानजोर डैम 2.00 3.चुटोनाथ मंदिर 4.मयूराक्षी रिवर व्यू, तातलोई का गर्म झरना  
जामताड़ा 1.—– 2.—- 3.लाधना डैम और देवलेश्वर धाम (नाला) 4.पर्वत विहार पार्क और मालंचा पहाड़ (नाला)
गोड्डा 1—- 2.योगिनी स्थान (पथरगामा) 3.—- 4.सिंहेश्वरनाथ धाम (पौड़ेयाहाट)
पाकुड़ 1.—– 2.—- 3.मार्टिलो टावर और काली मंदिर राजबाड़ी 4.चटकम गर्म झरना (लिट्टीपाड़ा),  और कंचनगढ़ (लिट्टीपाड़ा), प्रकति विहार (अमड़ापाड़ा), धरनी पहाड़ (हिरनपुर) और दुर्गापुर डैम (पाकुड़िया)
हजारीबाग 1.हजारीबाग नेशनल पार्क और सूरज कुंड (बरकट्ठा) 2.मेगालिश साइट (बड़कागांव) 3.इस्को गुफाएं 4.---
रामगढ़ 1.छिन्न मस्तिका (रजरप्पा) और पतरातू डैम 2.—- 3.बुढ़वा महादेव मंदिर और कैथा महादेव मंदिर 4.शेख बिहारी शहीद स्थल  
कोडरमा 1.—- 2.तिलैया डैम 3.ध्वजाधारी धाम 4.वृंदा जलप्रपात और पेट्रो जलप्रपात
गिरिडीह 1.पारसनाथ (मधुवन) 2.हरिहरधाम और खंडोली डैम 3.झारखंड धाम 4.—-  
चतरा 1.ईटखोरी और कैलेश्वरी, 2.—- 3.तमासीन जलप्रपात, बागेश्वरी मंदिर (बलबल दुआरी), 4.खैवा बनारू जलप्रपात  
धनबाद 1.मैथन डैम 2.—- 3.तोपचांची लेक, पंचेत डैम 4.भटिंडा जलप्रपात  
बोकारो 1.लुगु बारू 2. तेनुघाट डैम 3.दलाही कुंड और भैरव स्थान (चंदनकियारी) 4. —–  
गुमला 1.—– 2.आंजन धाम, टांगीनाथ धाम और नवरत्न गढ़ (सिसई), .बाघमुंडा जलप्रपात (बसिया) 4.ऋष्यमूक पर्वत, पालकोट  
खूंटी 1.पंचघाघ जलप्रपात 2.बिरसा मृग विहार (कालामाटी) और आम्रेश्वर धाम 3.—- 4.रानी जलप्रपात
लोहरदगा 1.—– 2.—– 3.लावापानी जलप्रपात 4.धरधरिया जलप्रपात और निन्दी जलप्रपात  
सिमडेगा 1.रामरेखा धाम, 2.केलाघाघ डैम 3.—   4.दनगद्दी
पलामू 1.—— 2.पलामू किला 3.भीम चूल्हा (मोहम्मदगंज),   4.—–
गढ़वा 1.वंशीधर मंदिर 2.— 3.सतबहिनी झरना 4.गुरु सिंधू जलप्रपात  
लातेहार 1.नेतरहाट और बेतला नेशनल पार्क 2.सुग्गा बांध जलप्रपात और मिरचईया जलप्रपात 3.—– 4.कमलदाहा झील  
सरायकेला खरसांवा 1.चांडिल डैम 2.—– 3.छऊ नृत्य कला केंद्र 4.पालना डैम
पूर्वी सिंहभूम 1.जुबली पार्क और दलमा अभ्यारण्य 2.बुरुडीह झील 3.रंकिनी मंदिर और डिमना झील 4.नरसिंहगढ़ (धालभूमगढ़), विभूति बाबू हाउस, पांच पांडव शिला (घाटशिला)  
पश्चिमी सिंहभूम 1.सारंडा जंगल और हिरणी जलप्रपात 2.—- 3.केरा मंदिर 4.--  
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