Ranchi: डीजीपी एमवी राव ने राज्य के सात जिलों के 32 थाना प्रभारी से वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए शुक्रवार को बात की. इस दौरान डीजीपी ने थाना प्रभारियों से सात मुख्य बिंदुओं पर बातचीत की. डीजीपी ने जिन सात जिलों के 32 थानों के प्रभारी से बात की. इस दौरान बातचीत में गुमला जिला के नगर थाना, सिसई थाना, घाघरा थाना, कामडारा थाना और चैनपुर थाना, लोहरदगा जिला के नगर थाना,कुडू थाना, सेन्हा थाना और सेरेन्दाग थाना, लातेहार जिला के लातेहार थाना, बालूमाथ थाना, मनिका थाना, छिपादोहर थाना और चंदवा थाना, गढ़वा जिला के नगर थाना, मेराल थाना, रंका थाना और नगर उंटारी थाना रामगढ़ जिला के नगर थाना, रजरप्पा थाना, भुरकुंडा थाना और मांडू थाना, चतरा जिला के पत्थलगड़ा थाना, पिपरवार थाना, राजपुर थाना तथा हंटरगंज थाना, गिरिडीह जिला के नगर थाना, जमुआ थाना, बगोदर थाना, पीरटांड़ थाना, निमियाघाट थाना और बेंगाबाद थाना के थाना प्रभारी शामिल थे.
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थाना प्रभारियों से 7 बिन्दुओं पर हुई विस्तृत चर्चा
- थाना क्षेत्रों में व्याप्त मुख्य अपराध और विधि व्यवस्था की समस्या एवं चुनौतियों के संबंध में.
- पिछले छः महिने मैं जबसे उन्होंने थाना में योगदान दिया है. उन्होंने अपराध और विधि व्यवस्था की समस्या एवं चुनौतियों से निपटने के लिए क्या-क्या किया है.
- थाना प्रभारी कार्यों में राजनैतिक अथवा नौकरशाही का किसी प्रकार का हस्तक्षेप यदि है, तो उसके संबंध में जानकारी.
- थाना में पदाधिकारी/ बल/सामग्री की कोई कमी हो जिससे कार्य क्षमता प्रभावित होती है.
- थाना में आधारभूत संरचना में कमी, यदि कोई हो जैसे भवन, शौचालय,हाजत,फर्नीचर वाहन या संचार के साधन इत्यादि.
- जिला तथा राज्य स्तर के पदाधिकारियों से अपनी कार्यक्षमता बढ़ाने के लिए क्या मदद चाहते हैं.
- अन्य कोई विषय वस्तु जो वे संज्ञान में लाना चाहते हों. डीजीपी ने थाना प्रभारियों से इन बिन्दुओं पर जानकारी लेते हुये उसके निराकरण के लिए सभी आवश्यक कदम उठाने का निर्देश दिया.
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