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धनबाद: मुआवजा और नियोजन की मांग को लेकर भूख हड़ताल पर बैठा परिवार

Dhanbad: खदान हादसे में घायल ठेका मजदूर संजय पासवान का परिवार मुआवजा और नियोजन की मांग को लेकर भूख हड़ताल पर बैठा है. आज बुधवार से चासनाला स्थित सेल के महाप्रबंधक कार्यालय के सामने पूरा परिवार अनिश्चितकालीन भूख हड़ताल पर बैठा है. आपको बता दें कि धनबाद झरिया के चासनाला स्थित सेल के डीप माईंस टिपलर में काम के दौरान ठेका मजदूर संजय पासवान गंभीर रूप से घायल हो गया था. मजदूर संजय चासनाला साउथ कॉलोनी का रहने वाला है. ट्रॉली की चपेट में आने से ठेका मजदूर संजय पासवान का कमर और दांया पैर पूरी तरह से बेकार हो गया. जिसके कारण संजय पासवान पूरी तरह से घर पर बैठ गया है. इसे भी पढ़ें- झारखंड">https://lagatar.in/death-due-to-starvation-in-jharkhand-sc-tells-cancellation-of-3-crore-ration-cards-for-not-linking-to-aadhaar-very-serious-seeks-answers-from-center-and-states/38685/">झारखंड

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पीड़ित परिवार के सामने आर्थिक संकट

वहीं भूख हड़ताल पर बैठे पीड़ित संजय ने बताया कि, चासनाला सेल के डीप माइन टिपलर में 19 जुलाई 2019 को दूसरी पाली में काम के दौरान ट्रॉली की चपेट में आने से बुरी तरह घायल हो गया था. जिसके बाद आनन-फानन में साथी मजदूरों ने बेहतर इलाज के लिए सेल के अस्पताल ले गए. यहाँ प्राथमिक उपचार के बाद धनबाद के संजीवनी में ठेकेदार के द्वारा भर्ती करा दिया गया. जहां कुछ महीने इलाज के बाद डॉक्टर ने छुट्टी दे दी. इस बीच परिवार को कई परेशानियों का सामना करना पड़ा. जिसमें से एक आर्थिक संकट भी है. परिवार का कहना है कि इलाज के दौरान ठेकेदार द्वारा पेमेंट भी नहीं दिया गया.  साथ ही उन्होंने कहा की संजीवनी के डॉक्टर से लगभग 1 वर्ष इलाज कराने के बाद भी हमारी स्थिति में कोई सुधार नहीं हुआ. जिसके बाद संजीवनी के डॉक्टर ने हमें दूसरे अस्पताल में इलाज कराने के लिए कहा. उन्होंने कहा कि इस बात की जानकारी जब ठेकेदार और प्रबंधन को दी गई तो, उन्होंने आज तक कोई कार्रवाई नहीं की है. इसे भी पढ़ें- अगर">https://lagatar.in/if-found-guilty-action-will-be-taken-against-the-former-mnrega-commissioner-siddharth-tripathi-minister/38686/">अगर

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प्रबंधन पर दोहरी नीति अपनाने का आरोप

उन्होंने कहा कि प्रबंधन हमारे साथ दोहरी नीति अपना रहा है. हादसे के बाद परिवार की आर्थिक स्थित खराब होने के कारण उनके सामने भूखमरी की स्थिति पैंदा हो गई है. उन्होंने कहा कि हमारी मदद ना तो सेल के ठेकेदार द्वारा किया जा रहा है और ना ही सेल के प्रबंधन के द्वारा. जिसके कारण मैं अब इलाज कराने में भी असमर्थ हूँ. उन्होंने कहा कि इस समस्या को लेकर कई बार सेल प्रबंधन से वार्ता की गई आवेदन भी दिया गया. लेकिन बावजूद इसके प्रबंधन और ठेकेदार ने हमारी मदद नहीं की. जिसके कारण बाध्य होकर बुधवार को सेल के महाप्रबंधक कार्यालय के समक्ष अनिश्चितकालीन भूख हड़ताल पर पूरे परिवार के साथ बैठ गया. उन्होंने यह भी कहा कि इसके बाद भी प्रबंधन और ठेकेदार नहीं चेता तो मजबूर होकर सेल महाप्रबंधक कार्यालय के समक्ष पूरे परिवार के साथ आत्महत्या कर लूंगा. इसे भी पढ़ें- आरक्षण">https://lagatar.in/national-obc-fronts-one-day-contemplation-camp-on-march-21/38637/">आरक्षण

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