Dhanbad : प्रदेश भाजपा अध्यक्ष बाबूलाल मरांडी सोमवार को धनबाद पहुंचे. उन्होंने सीएम हेमंत सोरेन और उनकी पत्नी कल्पना सोरेन पर निशाना साधते हुए कहा कि पति-पत्नी ने बंटी व बबली बनकर झारंखड की जनता को ठगने का काम किया है. मरांडी यहां पत्रकारों से बातचीत कर रहे थे. विधानसभा चुनाव में प्रत्याशियों की घोषणा के बाद से भाजपा पर लग रहे परिवारवाद के आरोपों का उन्होंने खंडन किया. कहा कि जिस पार्टी की पहचान और पार्टी का संचालन परिवार से होता है वह परिवारवाद है. कांग्रेस, जेएमएम, राजद व सपा ऐसी ही पार्टियां हेँ. कांग्रेस पार्टी की पहचान और संचालन गांधी परिवार से होता है. झारखंड में झामुमो की पहचान और संचालन शिबू सोरेन के परिवार से होता है. बिहार में राजद की पहचान और संचालन लालू प्रसाद यादव के परिवार से होता है, जबकि उत्तर प्रदेश में समाजवादी पार्टी की पहचान और संचालन मुलायम सिंह यादव के परिवार से होता है. इसे परिवारवाद कहते हैं. भाजपा की सफाई देते हुए उन्होंने कहा कि चुनाव लड़ने वालों में किसी का कोई बेटा, बहू, पत्नी या भाई हो सकता है. लेकिन पार्टी का संचालन वे नहीं करते हैं. भाजपा में पार्टी का संचालन कार्यकर्ता करते हैं. इसे परिवारवाद कहना गलत है. भाजपा में बगावत संबंधी सवाल पर उन्होंने कहा कि चुनाव के समय कुछ लोगों की नाराजगी होती है. ऐसे लोगों से हमलोग बात कर रहे हैं. जल्द ही सबकुछ ठीक हो जाएगा.
झामुमो चुनाव हार रहा है
मरांडी ने कहा कि झामुमो को यह पता है कि वह चुनाव बुरी तरह हार रहा है. इसीलिए अभी से उनलोगों ने बहाना बनाना शुरू कर दिया है. आरोप लगाना शुरू कर दिया है कि भाजपा चुनाव आयोग से मिली हुई है. यदि ऐसा है, तो उन्हें सबूत देना चाहिए.
जनता से किए वादे पूरे नहीं हुए
सीएम हेमंत सोरेन व विधायक कल्पना सोरेन पर निशाना साधते हुए मरांडी ने कहा कि पति-पत्नी बंटी और बबली हैं. 5 साल तक दोनों ने झारखंड के लोगों को ठगा है. जनता से वादा किया था कि एक साल में 72000 रुपए देंगे. सरकार के 5 साल हो गए, लेकिन सीएम हेमंत सोरेन ने किसी गरीब को 72000 रुपए नहीं दिया. महिलाओं को चूल्हा खर्च के लिए हर महीने 2000 रुपए देने की बात कही थी, इसे भी पूरा नहीं किया.
समझाया बंटी-बबली का खेल
मरांडी ने कहा कि हेमंत सोरेन ने राज्य की बेटियों से कहा था कि शादी होने पर सोने का सिक्का देंगे, पर एक भी लड़की को सोने का सिक्का नहीं मिला. वृद्ध व दिव्यांगों को हर माह ढाई हजार रुपए पेंशन देने, 5 लाख नौजवानों को नौकरी देने का वादा किया था. इनमें से एक भी वादा पूरा नहीं किया. विधानसभा में बीए पास को 5000 व एमए पास को 7000 रुपए भत्ता देंगे. इसे भी पूरा नहीं किया. चुनाव नजदीक देख नई तरकीब भिड़ाई और अगस्त से महिलाओं को 1000 रुपए देने लगे. दिसंबर से 2500 देने की बात कही है. यही बंटी और बबली का खेल है. मरांडी ने पीएम मोदी की उपलब्धियां गिनाते हुए केंद्र सरकार की कल्याणकारी योजनाओं की विस्तार से जानकारी दी. मरांडी यहां पार्टी के विधानसभा क्षेत्रों के प्रभारियों के साथ बैठक करने आए थे.
यह भी पढ़ें : झारखंड विधानसभा चुनाव के दूसरे चरण की अधिसूचना मंगलवार को होगी जारी
[wpse_comments_template]