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Jharia : समावेशी शिक्षा के झरिया रिसोर्स सेंटर की ओर से 16 फरवरी को बीआरसी सभागार में क्षेत्र के विद्यालयों के शिक्षकों को प्रशस्त एप के माध्यम से बच्चों में दिव्यांगता की पहचान व निबंधन का प्रशिक्षण दिया गया. प्रशिक्षक फिजियोथेरेपिस्ट डॉ. मनोज सिंह ने कहा कि सभी प्रकार की दिव्यांगता की स्थिति प्रत्यक्ष रूप से पहचान योग्य नहीं होती. प्रशस्त एप के माध्यम से स्कूल में दिव्यांग बच्चों की पहचान करना आसान हो जाएगा. एप मे मौजूद 61 चेकलिस्ट को सेलेक्ट करते ही पता चल जायेगा कि विद्यार्थी किस तरह का दिव्यांग है. नई शिक्षा नीति के तहत बच्चों में दिव्यांगता की पचान के लिए एनसीईआरटी ने स्कूलों के लिए दिव्यांगता पहचान सूची (विकलांगता स्क्रीनिंग चेकलिस्ट) व मोबाइल एप प्रशस्त विकसित किया है.
रिसोर्स शिक्षक अख़लाक़ अहमद ने कहा कि समग्र शिक्षा के दिशा-निर्देशों के अनुसार प्रशस्त एप बच्चों में दिव्यांगता की पहचान में मददगार साबित होगा. आगे की प्रक्रिया के लिए इसकी रिपोर्ट तैयार की जाएगी. मौके पर बीईईओ लक्ष्मी वर्मा, लीला उपाध्याय, बीपीओ सुनील सिंह, श्यामाकांत झा, राजेश सहनी, ब्रजेश पांडेय, विजय तिर्की, प्रेम लता सहित प्रखंड के सभी स्कूलों के प्रधान शिक्षक उपस्थित थे.
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