Dhanbad : धनबाद (Dhanbad) अपनी जायज मांगों को लेकर पिछले 75 दिनों से अनिश्चितकालीन धरना पर बैठे झमाडा आश्रितों के सब्र का बांध अब टूट रहा है. प्रबंधन की ओर से 120 दिनों का समय मांगा गया था. हालांकि धरना के 75 दिन पूरे हो चुके हैं. धरनास्थल पर आंदोलनकारियों का कहना है कि प्रबंधन की ओर से नियुक्ति प्रक्रिया पर कोई पहल नहीं की जा रही है. समय पूरा होते ही वे सामूहिक आत्मदाह की रणनीति अपना रहे हैं.
दो माह पूर्व 22 फरवरी से झमाडा के लगभग 4 दर्जन से अधिक आश्रित कार्यालय के मुख्य द्वार पर धरना दे रहे हैं. उनसे प्रबंधन ने 120 दिन का समय मांगा था और धरना समाप्त करने को कहा था. आश्रितों ने 120 दिन धरना स्थल पर ही गुजारने का फैसला किया. अब 75 दिन पूरे हो चुके हैं. जानकारी देते हुए धरनास्थल पर आंदोलनकारियों की ओर से मेहराबुल अंसारी ने कहा कि प्रबंधन की ओर से 120 दिनों का मांगा गया था. आज 6 मई को धरना का 75 वां दिन है. 120 दिनों तक इंतजार करेंगे. इसके बाद भी मांगें पूरी नहीं हुई तो अपने शरीर पर मिट्टी तेल डालकर एमडी कार्यालय के समक्ष आत्मदाह कर लेंगे.
यह भी पढ़ें : धनबाद: पोषण सखियों ने दिया धरना, काम पर वापसी की मांग
Leave a Reply