Dhanbad : धनबाद (Dhanbad) आवारा कुत्तों और सांड़ के आतंक से अब शहर के लोगों को निजात मिल जाएगी. नगर निगम ने इस इस दिशा में काम शुरू कर दिया है. पिछले डेढ़ माह से बंद कुत्तों के बंध्याकरण का काम अगले दो-चार दिन में शुरू हो जाएगा. साथ ही शहर से सांड़ को पकड़ कर गोशाला या निरीह पशुओं को बचाने वाली संस्था को सौंपा जाएगा.
एक्सपर्ट की हो रही है तलाश: प्रकाश कुमार
सहायक नगर आयुक्त प्रकाश कुमार ने बताया कि इन दोनों पशुओं को लेकर अलग अलग लोगों से लगातार शिकायत मिल रही है. नागरिकों की सुरक्षा को ध्यान में रखते हुए यह कदम उठाया जाएगा. रूपरेखा तैयार कर ली गई है. नगर आयुक्त के साथ विचार विमर्श कर काम शुरू कर दिया जाएगा. शहर से सांड़ पकड़ने के लिये ह एक्सपर्ट की तलाश भी शुरू कर दी गई है. एक्सपर्ट उन्हें सुरक्षित तरीके से पकड़ कर गोशाला या अन्य किसी सामाजिक संस्था तक पहुंचा देंगे. इन पशुओं की देख रेख का खर्च निगम वहन करेगा.
सरकारी नियमों के तहत होगी कुत्तों की नसबंदी
ज्ञात हो कि पूर्व केंद्रीय मंत्री सह एनिमल एक्टिविस्ट मेनका गांधी को पिछले दिनों किसी ने ट्वीट कर जानकारी दी थी कि धनबाद में कुत्तों की नसबंदी के नाम पर उनकी हत्या की जा रही है. श्रीमती गांधी ने तत्काल इसपर रोक लगाने का आदेश दिया था. हालांकि निगम के अधिकारी इस मामले को झूठ बता रहे हैं. उनका कहना है कि सरकारी नियमों के अनुसार ही कुत्तों की नसबंदी की जा रही है. नसबंदी के एक दो दिन बाद जहां से कुत्ते पकड़े जाते हैं, वहीं उन्हें छोड़ दिया जाता है. यह कार्य हरियाणा की एनजीओ स्नेह फाउंडेशन को दिया गया है. झरिया के चांद कुइयां अस्पताल में कुत्तों की नसबंदी का काम होता है. अभी बंद है, जल्द शुरू हो जाएगा. सांड़ पकड़ने का काम भी जल्द शुरू करेंगे.
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