Dhanbad : धनबाद (Dhanbad) धनबाद में इन दिनों आवारा कुत्तों की आक्रामकता बढ़ती जा रही है. ये कुत्ते बूढ़े, बुजुर्ग और बच्चों को अपना शिकार बना रहे हैं. विगत 10 दिनों में शहर के अलग-अलग क्षेत्रों से कुल 581 लोगों को कुत्तों ने अपना शिकार बनाया है. कुत्तों की आक्रामकता से शहरवासी दहशत में हैं. कुत्ता काटने के बढ़ते आंकड़ों से स्वास्थ्य विभाग भी हैरान है.
पिछले कई महीनों की अपेक्षा विगत 10 दिनों के आंकड़े चौंकानेवाले हैं. शहीद निर्मल महतो मेडिकल कॉलेज एंड हॉस्पिटल (एसएनएमएमसीएच) में हर दिन लगभग 50 से अधिक लोग एंटी रैबीज वैक्सीन (एआरवी) का डोज लेने पहुंच रहे हैं. अस्पताल के आंकड़े बताते हैं कि पिछले दस दिनों में 581 लोग एंटी रैबीज वैक्सीन लेने पहुंचे, जिनमें बच्चे, युवा, पुरुष, महिला हर वर्ग के लोग शामिल हैं. 23 फरवरी को 80 , 24 फरवरी को 59 , 25 फरवरी को 61, 27 फरवरी को 94 , 28 फरवरी को 77 , 1 मार्च को 45 , 2 मार्च को 66 , 3 मार्च को 56 तथा 4 मार्च को 38 मामले सामने आए हैं.
कुत्ते के काटने से जख्मी टुंडी निवासी सतेंदर मंडल बताते हैं कि प्रतिदिन की भांति वह शनिवार की सुबह भी घर से दैनिक मजदूरी की तलाश में गोविंदपुर बाजार जा रहे थे. तभी घर से कुछ ही दूरी पर मौजूद आवारा कुत्तों ने उन पर हमला बोल दिया.
अस्पताल के एआरवी सेंटर के कर्मी बताते हैं कि डॉग बाईट्स के सर्वाधिक मामले गोविंदपुर, बलियापुर और टुंडी आदि ग्रामीण इलाकों के हैं. शहरी क्षेत्र के सबसे अधिक मामले कार्मिक नगर, सरायढेला, धनसार, पुराना बाजार और पांडरपाला के हैं. उनका कहना है कि हर दिन ऐसे तीन-चार केस ऐसे आते हैं, जिनमें भुक्तभोगी के शरीर पर गहरे जख्म होते हैं और टीके लगाने की जरूरत पड़ रही है.
जिला पशुपालन पदाधिकारी डॉ प्रवीण सिंह का कहना है कि मौसम में बदलाव और बढ़ती गर्मी के साथ कुत्तों के मिजाज में बदलाव होता है. इसके अलावा इन आवारा कुत्तों के खान पान के कारण भी व्यवहार में भारी आक्रामकता आ जाती है. हालांकि आवारा कुत्तों की धर पकड़ को लेकर पल्ला झाड़ते हुए उन्होंने कहा कि ऐसे जानवरों का पकड़ना निगम का काम है.