सांसद के लिए ऐसा नाच-गान शोभनीय नहीं: लक्खी सोरेन
[caption id="attachment_585123" align="aligncenter" width="300"]alt="" width="300" height="297" /> लक्खी सोरेन, झामुमो जिलाध्यक्ष[/caption] झामुमो के जिला अध्यक्ष लख्खी सोरेन ने कहा की धनबाद सांसद, एक संवैधानिक पद पर है. उन्हें इस पद पर रहते हुए नाच गान शोभा नहीं देता है. खेल महोत्सव को उन्होंने चैता महोत्सव बनवा दिया. ऐसा नहीं होना चाहिए था.
सांसद ने बना दिया खेल को मौज मस्ती महोत्सव : पिंटू सिंह
[caption id="attachment_585124" align="aligncenter" width="269"]alt="" width="269" height="300" /> पिंटू सिंह, जद यू जिलाध्यक्ष[/caption] जदयू के जिला अध्यक्ष पिंटू सिंह ने कहा कि यह सांसद खेल महोत्सव नहीं, बल्कि मौज मस्ती महोत्सव था. धनबाद सांसद 15 साल से इस पद पर हैं, आज तक उन्होंने कितने खिलाड़ी को सम्मानित किया है, इसका ब्योरा उन्हें देना चाहिए. ऐसे आयोजन से भाजपा का असली रूप सबके सामने आ गया. आम जनता इसकी घोर निंदा करती है.
चैत में होता है चैता, इसे गलत कैसे कहें : तारकेश्वर यादव
[caption id="attachment_585128" align="aligncenter" width="257"]alt="" width="257" height="300" /> तारकेश्वर यादव राजद नेता[/caption] राजद के जिला अध्यक्ष तारकेश्वर यादव ने कहा की भोजपुरिया समाज के लोग चैत के महीना में चैता गाते हैं और सुनते भी हैं. ऊ चाहे किसी भी कार्य क्षेत्र में हो. यह आयोजन खुले मैदान में ही होता है. हम इसको गलत कैसे कहें. रही बात धनबाद के सांसद की तो उनको खेल महोत्सव के दौरान चैता कराना चाहिए था या नहीं, ई जबाब तो वही दे सकते हैं न. [wpse_comments_template]