- विधायक अंबा प्रसाद ने डीसी को पत्र लिखकर की 28 वेंटिलेटर शुरू करने की मांग
- मनीष जायसवाल ने कहा- हर रोज आ रहे सैकड़ों फोन,लेकिन हम हो गये हैं असहाय और मजबूर
Hazaribagh: कोरोना संक्रमण हजारीबाग में भी तेजी से बढ़ रहा है. अस्पतालों में बेड फुल हैं. तेजी से बढ़ते केस की वजह से वेंटिलेटर,ऑक्सीजन और रेमेडिसिविर दवा की किल्लत हो गयी है. जिले में बेड नहीं मिलने के कारण संक्रमित मरीज रांची का रुख कर रहे हैं. हजारीबाग के उपायुक्त कोविड को लेकर लगातार">http://lagatar.in">लगातार
बैठकें कर रहे हैं. लेकिन उन्हें मालूम नहीं कि जिले में कोविड से लड़ने के लिए कितनी तैयारी है. lagatar.in ने जब डीसी आदित्य आनंद से जिले में वेंटिलेटर,ऑक्सीजन और रेमेडिसिविर की उपलब्धता के बारे में जानना चाहा तब उन्होंने कहा कि इस बारे में बाद में बताएंगे.
28 वेंटिलेटर बेड शुरु करने की मांग- अंबा प्रसाद
स्वास्थ्य विभाग और प्रशासन से मदद नहीं मिलने के कारण हर दिन सैकड़ों लोग जनप्रतिनिधियों से मदद की गुहार लगा रहे हैं. लेकिन अस्पतालों में बेड नहीं होने और मेडिसीन की अनुपलब्धता के कारण जनप्रतिनिधि भी मजबूर हैं. वो लोगों की किसी प्रकार की मदद नहीं कर पा रहे हैं. इस बीच बड़कागांव की विधायक अंबा प्रसाद ने डीसी को पत्र लिखकर खरीदे गये 28 वेंटिलेटर को शुरू करने की मांग की है. एनटीपीसी से 8,एनआरएचएम से 16 और डीएमएफटी फंड से खरीदे गये 4 वेंटिलेटर का उपयोग अबतक शुरू नहीं हो पाया है.
लोगों की मदद करने में अक्षम- मनीष जायसवाल
वहीं बीजेपी के विधायक मनीष जायसवाल ने कहा कि संक्रमित मरीजों का इलाज करवाने के लिए संघर्ष कर रहे हैं. अभी तो मरीजों की कम संख्या है. आने वाले समय में जब मरीजों की संख्या दोगुनी,तीन गुनी हो जाएगी तब इलाज करने वाला एक डॉक्टर तक जिले में नहीं मिलेगा. सरकारी अस्पतालों में आधे से ज्यादा वेंटिलेटर खराब पड़े हैं. आईसीयू की भी हालत सही नहीं है. विधायक ने कहा कि शायद ही कोई ऐसा दिन होगा जब मदद के लिए 100 से ज्यादा लोगों का फोन उनके और उनके प्रतिनिधियों के पास नहीं आये होंगे. लेकिन हम उनकी मदद कर पाने में अक्षम हैं. इससे बड़ी बेचैनी महसूस हो रही है.
अस्पतालों में व्यवस्था नाकाफी
हजारीबाग में कोरोना संक्रमितों के लिए इलाज के लिए शेख भिखारी मेडिकल कॉलेज अस्पताल में वर्तमान में 31 बेड का आईसीयू,62 बेड का कोविड केयर सेंटर एवं आईसोलेशन वार्ड का संचालन किया जा रहा है. प्राइवेट अस्पतालों में भी कोरोना संक्रमितों के इलाज की व्यवस्था की जा रही है. शिवपुरी के वंदना नर्सिंग होम में 23 बेड का कोविड वार्ड बनाया जा रहा है. पगमिल के लाइफ केयर अस्पताल में 30 बेड का कोविड डेडिकेटेड वार्ड बनाया गया है. क्षितिज अस्पताल में भी 50 बेड के कोविड वार्ड के निर्माण की प्रक्रिया चल रही है. डेमोटांड के श्रीनिवास अस्पताल में भी 30 बेड के कोविड वार्ड का निर्माण कराया जा रहा है.