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अफगानिस्तान में 5.9 तीव्रता का आया भूकंप, भारत के J&K व दिल्ली समेत कई देशों की हिली धरती

LagatarDesk :  अफगानिस्तान  के हिंदू कुश में आज अहले सुबह भूकंप के झटके महसूस किये गये.  नेशनल सेंटर फॉर सीस्मोलॉजी (NCS) के अनुसार, भूकंप सुबह 4:43 बजे आया और रिक्टर स्केल पर इसकी तीव्रता 5.9 मापी गयी. भूकंप का केंद्र अफगानिस्तान की जमीन के 75 किलोमीटर भीतर था. लेकिन भूकंप के झटके तिब्बत, बांग्लादेश और भारत के जम्मू-कश्मीर, दिल्ली सहित कई जगहों पर महसूस किये गये. हालांकि अब तक किसी बड़े जान-माल के नुकसान की खबर सामने नहीं आयी है. https://twitter.com/NCS_Earthquake/status/1912288594649022604

बार-बार आ रहे हैं भूकंप के झटके अफगानिस्तान में भूकंप ऐसे समय में आया है, जब पिछले कुछ दिनों से मध्य एशिया और दक्षिण-पूर्व एशिया में बार-बार भूकंप के झटके महसूस किये जा रहे हैं. ताजिकिस्तान में दो दिन के भीतर तीन बार भूकंप आया, जिनमें से एक की तीव्रता 6.1 थी. वहीं म्यांमार में हालिया भूकंप ने भयंकर तबाही मचाई, जिसमें हजारों जानें गयीं. वहीं सैकड़ों लोग अब भी लापता हैं. म्यांमार में आई त्रासदी के बाद भारत ने त्वरित प्रतिक्रिया देते हुए राहत सामग्री भेजी थी, जिसमें भोजन, तंबू, चिकित्सा सहायता और आपातकालीन किट शामिल थे. प्लेट्स के टकराने से भूकंप के झटके होते हैं महसूस बता दें कि धरती के अंदर 7 प्लेट्स ऐसी होती हैं, जो लगातार घूम रही हैं. ये प्लेट्स जिन जगहों पर ज्यादा टकराती हैं, उसे फॉल्ट लाइन जोन कहा जाता है. बार-बार टकराने से प्लेट्स के कोने मुड़ते हैं. जब प्रेशर ज्यादा बनने लगता है तो प्लेट्स टूटने लगती है. इनके टूटने के कारण अंदर की एनर्जी बाहर आने का रास्ता खोजती है. इसी डिस्टर्बेंस के बाद भूकंप आता है. भूकंप को नापने के लिए रिक्टर पैमाने का इस्तेमाल करते हैं, जिसे रिक्टर मैग्नीट्यूड स्केल भी कहा जाता है. 7.0 या उससे अधिक की तीव्रता वाले भूकंप खतरनाक बता दें कि रिक्टर स्केल पर 7.0 या उससे अधिक की तीव्रता वाले भूकंप को सामान्य से खतरनाक माना जाता है. इसी पैमाने पर 2 या इससे कम तीव्रता वाला भूकंप सूक्ष्म भूकंप कहलाता है ,जो ज्यादातर महसूस नहीं होते हैं. 4.5 की तीव्रता का भूकंप घरों को नुकसान पहुंचा सकता है.  
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