Dharmendra Mishra (Jamshedpur) : कोरोना संक्रमण की बढ़ती संख्या के कारण लगाए गए प्रतिबंधों से व्यापारी वर्ग अपने नुकसान को लेकर डरा हुआ है. लगातार दो वर्षों से लॉकडाउन की मार झेल चुके व्यापारी अभी ठीक से उबर भी नहीं पाए थे कि वर्ष 2022 के शुरुआती दौर में ही कोरोना ने अपना रौद्र रूप दिखाना शुरू कर दिया. सरकार ने भी अन्य कई पाबंदियों के साथ सामाजिक आयोजनों में अधिकतम 100 लोगों की उपस्थिति की मंजूरी दी है. 15 जनवरी के बाद विशेष तौर पर हिंदुओं में शादी का समय रहता है. ऐसे में कोरोना से लगाए गए प्रतिबंध से शादी से संबंधित जुड़े व्यापार पर भी असर दिखना शुरू हो गया. इस संबंध में जब व्यापारियों से बात की गई तो उनका दर्द छलक गया.
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सबसे ज्यादा प्रभाव कपड़ा व्यापार पर

जमशेदपुर थोक वस्त्र विक्रेता संघ के अध्यक्ष स्वरूप गोलछा ने बताया कि नए वर्ष 2022 के शुरुआती दौर में कोरोना के मद्देनजर लगाए गए प्रतिबंधों से सबसे ज्यादा प्रभाव कपड़ा व्यापार पर पड़ता है. व्यापारियों द्वारा शादी के लिए विशेष तौर पर कपड़े का स्टॉक किया जाता है. कोरोना के बढ़ते संक्रमण को देखते हुए प्रतिबंधों के आगे भी जारी रहने की पूरी आशंका है. अगर प्रतिबंध इसी तरह जारी रहें तो कोल्हान में लगभग 200 करोड़ रुपये का व्यापार प्रभावित होगा. एक सवाल के जवाब में श्री गोलछा ने कहा कि ऑनलाइन व्यापार/ ई काॅमर्स से थोक एवं खुदरा कपड़ा व्यापार लगभग 30 प्रतिशत पहले ही घट चुका है. उन्होंने बताया कि स्थानीय स्तर पर विभिन्न व्यापारी संगठनों द्वारा ऑनलाइन व्यापार के लिए एक मंच बनाने का प्रयास किया जा रहा है. जिसके माध्यम से स्थानीय व्यापारी भी अपने प्रोडक्ट को आसानी से ऑनलाइन बेच सकें.
टेंट, डेकोरेशन से जुड़े 50 फीसदी आर्डर कैंसिल

जमशेदपुर टेंट डीलर ऑर्गनाइजेशन के अध्यक्ष बलजीत सिंह ने लगातार न्यूज को बताया कि प्रतिबंध लगाने के साथ ही लोगों ने 50 प्रतिशत ऑर्डर कैंसिल कर दिया है. उन्होंने बताया कि वर्ष 2021 में तीन-चार महीनों में टेंट डेकोरेशन फ्लावर व्यापार को जीने के लिए ऑक्सीजन मिला था. पिछले 2 वर्षों में लॉकडाउन के कारण शादियों के मौके पर समारोह के आयोजन नहीं होने कारण टेंट डेकोरेशन से जुड़े व्यापारी भुखमरी के कगार पर पहुंच गए. काम नहीं होने पर भी आश्रित कर्मचारियों को भुगतान करना पड़ा और गोदाम-दूकान का किराया भी भरना पड़ा. उपयोग नहीं होने से कई समान खराब हो गए. उनके अनुसार टेंट डेकोरेशन से जुड़े व्यापारी दोहरी मार झेलने को मजबूर हैं. उन्होंने कहा कि संगठन से जुड़े सभी व्यापारियों को आपस में सहयोग करने को कहा गया है. जिस दौर से हम गुजर रहे हैं इसमें सपरिवार जीवित रह जाना ही अपने आप में बड़ी बात है. एक सवाल के जबाब में बलजीत सिंह ने कहा कि शादी में शामिल होने वालों की संख्या सीमित करने से बैंक्वेट हॉल को कोई नुकसान नहीं है, क्योंकि उनका तो सब कुछ रेडिमेड लगा रहता है. नुकसान तो ओपन में होने वाले आयोजन के नहीं होने से हमें होता है. बैंड-बाजा वालों को भी इससे काफी नुकसान होगा, क्योकि उनकी कमाई का आसरा तो शादियों के सीजन पर ही टिका रहता है. एक अनुमान के अनुसार 50 से 60 करोड़ के व्यापार के नुकसान होने की उम्मीद जताई जा रही है.
निमंत्रण पत्र के कारोबार पर भी गाज
शादी-विवाह में निमंत्रण पत्र की अहम भूमिका होती है. ऐसा माना जाता है कि निमंत्रण पत्र से आयोजन की भव्यता का अंदाजा लग जाता है. अब जबकि समारोह में संख्या सीमित कर दी गई है तो कार्ड व्यवसाय पर इसका प्रतिकूल असर पड़ना निश्चित है. इस संबंध में चंदन कार्ड के साहब सिंह ने बताया कि कार्ड का व्यापार शादी विवाह एवं त्योहार पर आधारित है. अब यदि आयोजन में शामिल होने वालों की संख्या सीमित कर दी गई है तो आयोजनकर्ता भी उतने निमंत्रण कार्ड ही प्रिंट करवाएंगे. कुछ लोगों ने शादी विवाह आगे के लिये टाल दिये हैं. उनके अनुसार प्रतिबंध के बाद करीब 50 प्रतिशत ऑर्डर कैंसिल हो गए. उन्होंने बताया कि 2021 के अंतिम 3-4 महीने में कुछ बेहतर कारोबार की उम्मीद बढ़ी थी, लेकिन 2022 के शुरुआती दौर में कोरोना ने जो अपना रंगरूप दिखाया है उससे हम बहुत चिंतित हैं. कच्चे माल का भुगतान कर पाना हमारे लिये सबसे बड़ी चुनौती है. उन्होंने बताया कि पूरे कोल्हान में निमंत्रण पत्र से जुड़ा करीब 10 करोड़ रुपये का व्यापार प्रभावित होगा.
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