Ranchi : यास तूफान के पहले ही झारखंड में बिजली विभाग अलर्ट था. राजधानी सहित सूबे भर में बिजली की शिकायत मिलते ही तुरंत मरम्मत करने का निर्देश जारी किया गया था. इसके लिए बिजली विभाग की ओर से बकायदा टीम भी गठित थी. लेकिन यास तूफान के पहले दिन ही सभी दावों की हवा निकल गयी. यदि राजधानी की ही बार तक लें तो कुछ इलाकों को छोड़कर कई ऐसे इलाके रहे, जहां बिजली 5-7 घंटे तक गुल रही. और कुछ इलाकों में तो मुश्किल से बिजली 15 मिनट रहती और चली जाती थी. ये हाल रविवार तक जारी रहा.
हालांकि बिजली बोर्ड का दावा है कि क्षेत्र में नियमित बिजली आपूर्ति की जा रही है. इसके बाद भी लोगों को दिन में कई बार 10-20 मिनट के लिए बिजली कटौती का सामना करना पड़ रहा है. इस कटौती का सामना मुख्य रूप से रातु रोड, अरगोड़ा, कटहल मोड़, बूटी मोड़, बरियातु, हरमू, चुटिया, लालपुर, मेन रोड आदि इलाकों में देखी जा रही है. ऐसे में लोगों को विशेष परेशानी का सामना करना पड़ रहा है. बता दें कि लोगों को विशेष परेशानी तीन दिनों के यास तूफान के बाद से झेलनी पड़ रही है.
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तैयार किया गया है दस्ता
जेबीवीएनएल के आदेश के बाद अलग-अलग आपूर्ति क्षेत्रों ने निर्बाध विद्युत आपूर्ति के लिए निर्देश जारी किया है. रांची विद्युत आपूर्ति क्षेत्र की ओर से भी इसके लिए निर्देश जारी किया गया है. जो बढ़ते कोरोना संक्रमण के समय से ही लागू है. महाप्रबंधक पीके श्रीवास्तव की ओर से ये निर्देश दिया गया है. जिसके मुताबिक, हर सर्किल में तीन इंजीनियरों को सब स्टेशनों में नियुक्त किया गया है. ये इंजीनियर तीन शिफ्ट में सब स्टेशनों में रहेंगे. साथ ही किसी भी बिजली कटने पर तुरंत मरम्मत सुनिश्चित करेंगे. इस निर्देश के अनुसार, अस्पतालों और स्वास्थ्य केंद्रों में निर्बाध बिजली सुनिश्चित करने का आदेश दिया गया है. बात दें यास तूफान के दौरान इन इंजीनियरों के साथ एजेंसियों की ओर से बहाल बिजली कर्मियों को भी काम में लगाया गया था.
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